कार्डिफ: ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने उम्मीद जतायी कि उनकी टीम आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी में अपने खिताब की रक्षा करने में सफल रहेगी और फिर से दुनिया की नंबर एक एकदिवसीय टीम बनने की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाएगी.
क्लार्क ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो इस टीम का लक्ष्य दुनिया की नंबर एक वनडे टीम बनना है. मैं जिस टीम के साथ यहां आया हूं उसका लक्ष्य अभी यही है. मुङो लगता है कि यदि हम चैंपियन्स ट्राफी जीत जाते हैं तो इससे हम फिर से दुनिया की नंबर एक वनडे टीम बनने की राह में काफी आगे बढ़ जाएंगे. ’’ ऑस्ट्रेलिया एकदिवसीय रैंकिंग में अभी तीसरे स्थान पर है. उसके 116 अंक हैं और वह शीर्ष पर काबिज भारत ( 119 ) से तीन अंक पीछे है. इंग्लैंड 117 अंक लेकर दूसरे स्थान पर है.
ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत से टेस्ट श्रृंखला में 0-4 की करारी शिकस्त ङोलने के बाद पहली बार किसी टूर्नामेंट में भाग ले रही है. इसके बाद टीम को इंग्लैंड से एशेज श्रृंखला खेलनी है लेकिन क्लार्क ने कहा कि उनकी टीम पुरानी बातों को भूलकर अभी केवल छह से 23 जून के बीच होने वाले टूर्नामेंट पर ध्यान दे रही है.
उन्होंने कहा,‘‘ मैं वास्तव में जो कुछ हुआ उस पर ध्यान नहीं देना चाहता हूं. मैं समझता हूं कि पीछे मुड़कर देखने के लिये मुझे आठ सप्ताह का पर्याप्त समय मिला था. हम यहां पूरी तरह से अलग तरह के दौरे पर आये हैं. हमने भारत में टेस्ट मैच खेले थे और यहां हम वनडे टूर्नामेंट खेलने के लिये आये हैं. हमारे सामने क्या लक्ष्य है यह टीम अभी उसी पर ध्यान केंद्रित कर रही है.’’
क्लार्क ने कहा, ‘‘मैं नहीं मानता कि टीम का ध्यान अभी एशेज पर है. यदि इंग्लैंड की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने का सवाल है तो यदि हम चैंपियन्स ट्राफी जीत जाते हैं तो यह ( यहां की परिस्थितियों से तालमेल बिठाने के लिये ) काफी होगा. ’’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, ‘‘मैंने जैसे पहले कहा है कि अभी मेरा पूरा ध्यान टूर्नामेंट पर टिका है. मैं अभी एशेज के बारे में नहीं सोच रहा हूं. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि चैंपियन्स ट्राफी कितना कड़ा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट है और आजकल सभी टीमें काफी मजबूत हो गयी हैं और इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं कि यह काफी कड़ा टूर्नामेंट होगा.’’ क्लार्क ने कहा, ‘‘हमें खिताब जीतने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा और अभी इस समय अभी हम यह सुनिश्चित करने पर ध्यान दे रहे हैं कि हमें पहले मैच के लिये जैसा तैयार होना चाहिए क्या हम वैसे हैं. ’’