नयी दिल्ली: श्रीसंत का ध्यान बहुत जल्दी भटकता है, अंकित चव्हाण बच्चे जैसा और खामोश है, जबकि अजित चंदीला सख्त जान है.
16 मई को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में धरे गए राजस्थान रॉयल्स टीम के तीन क्रिकेट खिलाड़ियों के बारे में जांचकर्ताओं की यही राय है.क्रिकेट खिलाड़ियों से पूछताछ करने वाले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीसंत का ध्यान बहुत जल्दी भटकता है और वह एकाएक एक से दूसरी बात पर चला जाता है.
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें उसे याद दिलाना पड़ता है कि हमने बातचीत कहां से शुरु की थी. वह बहुत ज्यादा भावुक है और ध्यान नहीं देता. वह ध्यान खींचने के लिए हमेशा कुछ न कुछ करता रहता है.’’ अधिकारी ने दावा किया कि श्रीसंत तिहाड़ जेल नहीं जाना चाहता था. उन्होंने बताया, ‘‘हमें उसे बार बार सहज करना पड़ता है. हम उसे बिठाते हैं और उससे बातें करते हैं. हम उससे पूछताछ के दौरान उसे चाय और बिस्किट भी देते हैं.’’
अधिकारी ने बताया कि चव्हाण बच्चों जैसा है और एक शांत इनसान है. चव्हाण की दो जून को शादी होने वाली है और उसे इसके लिए अंतरिम जमानत दी गई है. हालांकि जांचकर्ताओं ने चंदीला को ‘‘सख्त जान’’ बताया.अधिकारी ने कहा, ‘‘लेकिन ऐसे लोगों से सच्चाई उगलवाने के लिए हमारे अपने तरीके होते हैं. इन सब ने पूछताछ के दौरान हमसे सहयोग किया.’’