चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2014 के मद्देनजर राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वैसे अफसरों का तबादला करें जो एक ही जगह तीन साल से अधिक समय से पदस्थापित हैं या जो अपने गृह जिले में पदस्थापित हैं. इस आदेश का पालन करते हुए राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग के 78 प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का तबादला किया और 10 मार्च तक स्थांतरित प्रखंड में योगदान करने को कहा गया.
लेकिन अभी तक कई प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने पुराने प्रखंड में ही जमे हुए हैं. चूंकि ये पदाधिकारी चुनाव कार्यो से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े रहते हैं, तो क्या इनका अपने पुराने स्थल पर बने रहना क्या चुनाव कार्य को प्रभावित नहीं कर सकता, बावजूद इसके कि इनका तबादला लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया था. अगर ऐसी ही व्यवस्था रही, तो इस राज्य और देश का भगवान ही मालिक है.
संतोष कुमार, ई-मेल से