नशा नाश की निशानी है़ सिर्फ पंजाब ही नहीं, अपितु अाज पूरा देश इससे बुरी तरह जल रहा है क्योंकि अाज इससे चंद इनसान ही बचे हैं, परिवार नहीं. पंजाब कभी देश का सर्वश्रेष्ठ और संपन्न राज्य था, मगर अब नशे के जाल ने इसे गर्त में पहुंचा दिया है. हरियाणा हो या पंजाब या कोई अन्य राज्य, घोर पूंजीवादी और राजनैतिक कारणों से इस जालिम नशे का शिकंजा, समूचे देश को बुरी तरह से जकड़ चुका है, जिसे देश की बहुत बड़ी क्षति निरंतर हो रही है.
इससे परिवार तबाह हो रहे हैं. शराब पर तो हरियाणा की बंसीलाल सरकार ही चली गयी थी. हमारे नेता इसके पक्ष में सदा बड़ी अाय की ही एकमात्र दलील देते आ रहे हैं, जो कि सरासर गलत है क्योंकि अाय तो ढेर सारे अन्य गलत कार्यों से भी हैं, मगर क्या वे सभी कभी उचित और वैध ठहराये जा सकते हैं? इसलिए यह एक राजनैतिक और पूंजीवादी षडयंत्र ही है.
वेद प्रकाश, दिल्ली