सचिन रमेश तेंडुलकर, एक ऐसा शख्स जो 24 साल तक निर्विरोध और निर्विवाद खेलता रहा. किसी भी खिलाड़ी के लिए इतना लंबा सफर तय करना आसान नहीं होता. पर यह सचिन का व्यक्तित्व ही था कि वह कभी किसी विवाद में नहीं फंसे, किसी राजनीति की भेंट नहीं चढ़े. भारत रत्न पुरस्कारों के इतिहास में सचिन पहले खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के शख्स होंगे जिन्हें यह सम्मान मिलेगा.
यूं तो सचिन क्रि केट में कई उपलब्धियों के साथ इतिहास बना चुके हैं, पर क्रि केट के मैदान के बाहर भी वह इतिहास बनायेंगे. भारत रत्न पाने की कतार में कई महारथी हैं, लेकिन सचिन उनसे आगे निकल गये. सचिन का खेल और लंबे समय तक खेल के प्रति उनका समर्पण युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरक तो रहेगा ही, ऊंचाइयों पर पहुंच कर भी अपनी जड़ों से जुड़े रहना ही सचिन को महान बनाता है.
पालुराम हेंब्रम, सलगाझारी