जब से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, तब से उनका बोलना विरोधियों के बीच तिलमिलाहट पैदा कर रहा है. कोई भी मौका हो, कैसी भी भीड़ हो और वे कैसा भी भाषण दें, उसपर विरोधियों की प्रतिक्रिया ऐसी मिलेगी, मानो उनके तोते उड़ गये हों. चूंकि नरेंद्र मोदी पूरी तैयारी से बोलते हैं और उनके पास ठोस दलीलें भी होती हैं इसलिए विरोधी झनझना जाते हैं. वे अपने हर भाषण में ऐसा कोई जुमला, ऐसा कोई वाक्य बोलते हैं जो उनकी इमेज पर सटीक बैठता है और विरोधियों को भड़का जाता है.
कांग्रेस बुर्का पहन दुबक जाती है, यह वाक्य नरेंद्र मोदी के सुविचारित प्रचार की बानगी है. इससे उन्होंने कांग्रेस पर बुर्का पार्टी का लेबल चस्पा दिया है तो वहीं, ‘मैं हूं राष्ट्रवादी हिंदू’ जैसा वाक्य बोल कर उन्होंने अपनी उस इमेज में हवा फूंकी है, जो अब उनकी पहचान है. अब तक तो नरेंद्र मोदी के ओजपूर्ण वक्तव्यों से यही जाहिर हो रहा है कि वह अपनी शर्तो पर, अपने अंदाज में और अपनी रणनीति के अनुसार प्रचार करेंगे और वैसा ही माहौल बनवायेंगे.
।। विकास ओझा ।।
(गोलमुरी, जमशेदपुर)