‘स्वच्छ बनेगा ये भारत’ गीत जब भी कानों तक पहुंचता था, तो यकीन होता था कि अब छोटे-छोटे शहर भी स्वच्छ हो जायेंगे. बजबजाती गंदगी से मुक्ति मिलेगी.
शहरवासी साफ हवा में सांस ले सकेंगे. छोटे शहरों में मैंने कभी नहीं सुना था कि नगरपालिका के कर्मचारी कचरा लेने घर-घर जाते हैं. लेकिन इस अभियान के बाद सरायकेला में यह सुविधा होना गर्व की बात थी. नगरपालिका ने जगह-जगह कूड़ेदान भी लगवा दिये. परंतु, पिछले कई महीनों से इसकी सेवा को बंद कर दिया गया है. कूड़ेदान का कूड़ा बाहर निकल कर गंदगी फैला रहा है.
पहले जहां कूड़ा नहीं था, अब वहां भी कूड़ा नजर आ रहा है. अतः सरायकेला नगरपालिका से निवेदन है कि वह इस सेवा को फिर से शुरू करे. अपना छोटा शहर भी साफ सुथरा रहे. इसके लिए हम सारे नगरवासी आपके आभारी रहेंगे.
कल्याणी, सरायकेला