रांची : आदिवासी जनसंगठन द्वारा बुलायी गयी रैली में विपक्ष के नेता जुटेंगे़ झाविमो नेता और पूर्व मंत्री बंधु तिर्की की पहल पर आदिवासी संगठनों ने 31 अक्तूबर को रैली का आयोजन किया है़ श्री तिर्की ने रैली के बहाने विपक्षी एकजुटता कायम करने की कोशिश की है़ रैली किसी राजनीतिक संगठन के बैनर पर नहीं होगी़ बिरसा सेना और आदिवासी संगठन के बैनर पर रैली हो रही है़.
एकजुटता दिखाने की कोशिश : श्री तिर्की ने इस रैली में शामिल होने के लिए झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और हेमंत सोरेन को तैयार किया है़ कांग्रेस के सुखदेव भगत और सुबोधकांत सहाय को भी रैली में आमंत्रित किया गया है़ वहीं राजद के गौतम सागर राणा और पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी भी रैली में शामिल होंगी़.
भाकपा के भुनेश्वर मेहता सहित दूसरे नेताओं से भी संपर्क साधा गया है़ श्री तिर्की ने रैली के बाबत माले नेता विनोद सिंह और विधायक राजकुमार यादव को भी शामिल होने का अनुरोध किया है़ श्री तिर्की इस रैली के माध्यम से विपक्षी एकजुटता को प्रदर्शित कराने में जुटे है़ं
अस्तित्व का सवाल है
पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि राज्य में आदिवासी-मूलवासी के अस्तित्व का सवाल है़ सरकार का रवैया यहां के लोगों के लिए ठीक नहीं है़ आदिवासी-मूलवासी की चिंता इस सरकार को नहीं है़ ऐसे में सभी विपक्षी दलों की जवाबदेही है कि राज्य हित में काम करे़ं विपक्ष को आने वाले दिनों में चुनौती का सामना मिल कर करना है़ भाजपा झारखंड का हित नहीं सोच सकती है़ यह सरकार उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है़ यहां की जमीन और लोगाें की रक्षा करनी है, तो सबको साथ आना होगा़
