जम्मू : घाटी में संघर्ष विराम (सीजफायर) के नियमों का उल्लंघन करने में पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है. उसने मंगलवार की देर रात करीब 12.30 बजे रजौरी क्षेत्र के बालाकोट की चौकियों पर गोलीबारी की है. हालांकि, पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन कर की गयी गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन बताया यह भी जा रहा है कि सीमापार से पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार से भारतीय चौकियों पर हमले किये हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना लगातार चार दिनों से सीजफायर के नियमों का उल्लंघन कर घाटी में अंधाधुंध फायरिंग कर रही है.
इस खबर को भी पढ़िये : पाकिस्तान ने फिर किया सीजफायर का उल्लंघन, 2 नागरिक की मौत
भारत के रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा की अग्रिम चौकियों पर आधी रात को 12 बजकर 50 मिनट पर गोलीबारी करना शुरू किया था. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर मंगलवार की देर रात अग्रिम चौकियों एवं असैन्य इलाकों में भी गोलीबारी की. यह गोलीबारी देर रात डेढ बजे तक लगातार चली.
प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान सेना ने नौशेरा सेक्टर में मंगलवार की देर शाम साढे छह बजे अंधाधुंध छोटे हथियारों, स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की और 82 एमएम और 120 एमएम के मोर्टार दागे. यह हमला रात नौ बजे तक जारी रहा. पाकिस्तान रेंजर्स ने 15 और 16 मई की दरमियानी रात को भी राजौरी जिले के तीन क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों एवं असैन्य इलाकों में गोले दागे थे. नौशेरा सेक्टर में 13 मई को नियंत्रण रेखा के पास असैन्य इलाके में मोर्टार दागे जाने की घटना में दो लोगों की मौत हो गयी थी और तीन अन्य लोग घायल हो गये थे. सीमा-पार से हो रही गोलीबारी एवं गोलेबारी में करबी 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं.
पाकिस्तान की ओर से की गयी गोलीबारी में नियंत्रण रेखा पर प्रभावित कस्बों से करीब 1700 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है. डीसी ने बताया कि सीमा पार से लगातार हो रही गोलाबारी में 2,694 परिवारों के करीब 10,042 लोग प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मृतकों के निकटतम रिश्तेदार को तत्काल एक-एक लाख रुपये राहत राशि देने और घायलों को भी आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. डीसी ने बताया कि प्रशासन और अधिक राहत शिविर बनाने को तैयार है और इसके लिए 25 इमारतों को भी निर्धारित किया गया है.
उन्होंने बताया कि शिक्षा प्रभावित न हो यह सुनिश्चित करने के लिए स्कूल की कक्षाएं भी इस सप्ताह से बहाल की जायेंगी. उन्होंने कहा कि घायलों को इलाज के लिए ले जाने की खातिर छह एंबुलेंसों को लगाया गया है. नौशेरा और अग्रिम इलाके में मोबाइल मेडिकल यूनिट भी तैनात की गई है.
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय के एक आरटीआई को दिये जवाब के अनुसार, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा वर्ष 2015 में 405 की तुलना में वर्ष 2016 में 449 संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और दो साल में 23 सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई है.