नयी दिल्ली/भोपाल : भारत में पांच दशकों से ज्यादा वक्त तक रहकर अपने वतन वापसी के लिए जद्दोजहद करने वाले चीनी सैनिक आखिर कर आज चीन पहुंच गये. उनके साथ विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद है. विदेश मत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर जानकारी दी है.वर्तमान में 77 साल के हो चुके वांग को 1962 में चीन-भारत युद्ध के बाद भारतीय क्षेत्र में घुसते हुए पकड़ लिया गया था और जेल में डाल दिया गया था. हालांकि बाद में उन्हें रिहा किया गया. जेल से छूटने के बाद वे मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में बस गये और एक भारतीय महिला से शादी कर ली व अपना परिवार बसा लिया.
Wang Qi and his family members arrived in Beijing a short while ago: Vikas Swarup,MEA
— ANI (@ANI) February 11, 2017
बालाघाट के कलेक्टर भरत यादव ने कल बताया था कि वांग अपनी पत्नी सुशीला व बेटे विष्णु एवं दो अन्य परिजन के साथ चीन जायेंगे. उन्होंने बताया था कि वांग और उनके चार परिजनों को आज वीजा मिल गया और वे शनिवार को चीन के लिए रवाना होंगे. विदेश मंत्रालय व गृह मंत्रालय से मिली मदद के कारण ही यह संभव हुआ है.
इस सप्ताह के आरंभ में चीन के दूतावास से एक प्रतिनिधिमंडल ने वांग से मुलाकात की थी. बीजिंग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वांग अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए शांक्सी प्रांत में पैतृक स्थल पर जायेंगे.
वांग फिलहाल अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ बालाघाट जिले के तिरोड़ी क्षेत्र में रहते रहे हैं. उनके परिवार के चार सदस्यों को चीन जाने का वीजा मिला है. चीन के लिए रवाना होने से पहले कल उन्होंने दिल्ली में शापिंग की.