नयी दिल्ली : नोटबंदी के मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में आज जोरदार हंगामा हुआ. बढ़ते हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी. राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा और कांग्रेस, तृणमूल, अन्नाद्रमुक आदि दलों के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे.हंगामे के […]
नयी दिल्ली : नोटबंदी के मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में आज जोरदार हंगामा हुआ. बढ़ते हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी. राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा और कांग्रेस, तृणमूल, अन्नाद्रमुक आदि दलों के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे.हंगामे के बीच ही उपसभापति पी जे कुरियन ने विमुद्रीकरण मुद्दे पर कल शुरु हुई चर्चा को आगे बढाने के लिए कहा और इस क्रम में अगले वक्ता के तौर पर सपा सदस्य नरेश अग्रवाल का नाम लिया. इसके बाद नरेश अग्रवाल सहित कई सदस्य प्रधानमंत्री को सदन में बुलाए जाने की मांग करने लगे. कुरियन ने कहा कि वह सरकार को इस संबंध में कोई निर्देश नहीं दे सकते और वित्त मंत्री सदन में मौजूद हैं.
नोटबंदी पर हंगामा
हंगामे के बीच ही नरेश अग्रवाल ने कहा कि इस पूरे मामले में वित्त मंत्री को विश्वास में नहीं लिया गया. शोरगुल के दौरान ही संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार ने नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की सदस्यों की मांग स्वीकार कर ली थी। उन्होंने कहा कि अफसोस है कि कुछ लोगों के पास तर्क नहीं है, इसलिए यह स्थिति बन रही है. उन्होंने सदस्यों से कहा कि आप रचनात्मक चर्चा में शामिल होकर सुझाव दीजिए. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री चर्चा में उठाए गए हर सवाल का जवाब देंगे। लेकिन विपक्षी सदस्य प्रधानमंत्री के सदन में आने की मांग करते रहे. हंगामा थमते नहीं देख कुरियन ने दोपहर दो बजकर करीब पांच मिनट पर बैठक अपराह्न तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
वोटिंग के प्रावधान वाले नियम पर चर्चा की मांग कर रहा था विपक्ष
विपक्ष नियम 56 पर चर्चा कराने की मांग कर रहा है जबकि सरकार चर्चा नियम 193 के तहत कराने पर अड़ गई है. यहां आपको बतातें चलें कि नियम 56 में चर्चा के बाद वोटिंग होती है अत: कोई भी सत्तारुढ दल यह नहीं चाहता कि ऐसे नियमों पर सदन में चर्चा करायी जाए जबकि नियम 193 में केवल सदन में चर्चा होगी. इस नियम के तहत वोटिंग का प्रावधान नहीं है.
कार्यस्थगन पर तैयार नहीं सत्ता पक्ष
लोकसभा में अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि सरकार चर्चा कराने को तैयार है. क्या आप चर्चा करना नहीं चाहते. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि हमने नियम 56 के तहत कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. सभी दल चाहते हैं कि इस पर कार्य स्थगित करके चर्चा करायी जाए. मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि हमने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य करने के निर्णय के कारण आम लोगों, किसानों, छोटे कारोबारियों को होने परेशानियों और आर्थिक संकट एवं इसे लीक करने के विषय के तहत नोटिस दिया है. और इस पर तत्काल चर्चा शुरू करायी जाए.
कल भी हंगामे के आसार
दोनों सदनों में नोटबंदी को लेकर आज जोरदार हंगामा हुआ. कल भी सदन में यही मुद्दा छाया रहेगा. सरकार भी इस मामले पर जवाब देने के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री से जवाब देने की मांग कर रहा है. विपक्ष में कई पार्टियां खुलकर नोटबंदी का विरोध कर रही है.