कृत्रिम पैर के सहारे माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने वाली देश की पहली महिला अरुणिमा सिन्हा जल्द ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल :सीआईएसएफ: की वर्दी पहने अधिकारी के रुप में नजर आएंगी. अरुणिमा पिछले साल लिखित परीक्षा और कौशल संबंधी योग्यता में उत्तीर्ण हुई थीं तथा उन्होंने अर्धसैनिक बल सीआईएसएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति में सफलता पाई थी.
गृह मंत्रालय के अनुसार सीआईएसएफ अब उन्हें पदोन्नति देकर सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) बनाने पर विचार कर रही है. सूत्रों का कहना है कि अरुणिमा को यह पदोन्नति कृत्रिम पैर के सहारे को सभी को मात देकर दुनिया की सबसे उंची चोटी तक पहुंचने के हौसले के मद्देनजर दी जाएगी. बीती 21 मई को 25 साल की अरुणिमा ने 8,848 मीटर की इस चोटी पर पहुंची थीं.
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले की रहने वाली अरुणिमा पिछले साल पद्मावती एक्सप्रेस में सीआईएसएफ की परीक्षा में शामिल होने के लिए जा रही थी और उसी दौरान कुछ अपराधियों ने उन्हें धक्का दिया था और वह दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गई थीं. इस घटना में वह बुरी तरह जख्मी हुई थी. उनकी जिंदगी बचाने के लिए चिकित्सकों को उनके बाएं पैर को घुटने से नीचे से काटना पड़ा था. इसके बाद से ही वह कृत्रिम पैर के सहारे जिंदगी जी रही हैं.