इंफाल : सरकार के साथ बातचीत के लिए सामने आने वाले मणिपुर के तीन संगठनों के उग्रवादियों ने प्रस्ताव रखा है के उनके रहने के लिए राज्य सरकार की शिविर बनाने की सलाह के बजाय एक आदर्श गांव स्थापित किया जाये.
अधिकारियों ने आज बताया कि संगठनों और राज्य एवं केंद्र सरकारों के प्रतिनिधियों के बीच बैठक के दौरान कल यह प्रस्ताव रखा गया. यूनाइटेड रेवोल्यूशनरी फ्रंट (यूआरएफ), कांगलेई यावोल कान लुप- मिलिटरी डिफेंस फोर्स (केवाईकेएल-एमडीएफ) और कांगलेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी-लाम्फेल (केसीपी-एल) के उग्रवादियों ने सरकार की ओर से चुने गए स्थान पर आदर्श गांव परियोजना लागू करने का प्रस्ताव रखा है. उन्होंने मांग की है कि प्रस्तावित गांव 150 से 300 एकड़ जमीन में स्थापित किया जाये.
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आदर्श गांव परियोजना के इस प्रस्ताव को मंजूरी देने की इच्छा जाहिर की है. इससे पहले तीनों संगठनों के 330 से अधिक उग्रवादियों ने शांति वार्ता के लिए हथियार त्यागकर अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया था. हालांकि राज्य में 20 से अधिक अवैध संगठन सक्रिय हैं लेकिन ये तीनों संगठन प्रमुख उग्रवादी संगठनों में शामिल हैं. सूत्रों ने अन्य उग्रवादी संगठनों से आगे आने और सरकार से बातचीत करने की अपील की है.