नयी दिल्ली : तेलंगाना मुद्दे पर 15वीं लोकसभा के अंतिम सत्र की विस्तारित बैठक के पहले दिन हुए हंगामे के कारण निचले सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद जहां दिन भर के लिए स्थगित करनी पडी, वहीं राज्यसभा में भी कार्यवाही दो बार स्थगित हुई.
सुबह बैठक शुरु होते ही दोनों सदनों में हंगामा और शोरगुल चालू हो गया. सीमांध्र और तेलंगाना दोनों ही क्षेत्रों के सांसद लोकसभा में आसन के सामने आ गये. राज्यसभा में सीमांध्र के सदस्य आसन के सामने आये और नारेबाजी करने लगे. सीमांध्र के सदस्यों के हाथ में पोस्टर थे, जिन पर लिखा था, ‘‘जय समैक्य आंध्र प्रदेश’’. तेलंगाना के सदस्यों ने पृथक राज्य के जल्द गठन की मांग को लेकर नारेबाजी की. सरकार ने ऐलान किया है कि वह पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के उद्देश्य से एक विधेयक संसद के इसी सत्र में लाएगी.
आंध्र प्रदेश तेलंगाना मुद्दे पर क्षेत्रीय आधार पर काफी बंटा हुआ है और प्रदेश विधानसभा ने इससे संबंधित विधेयक को नामंजूर कर दिया है. अब यह विधेयक संसद में पेश किया जाना है. उम्मीद है कि सरकार अगले सप्ताह आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक पेश करेगी. शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों ने 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. ये सदस्य चाह रहे थे कि सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर के खिलाफ मामले की सुनवाई दैनिक आधार पर हो. बसपा सदस्य भी आसन के सामने आ गये लेकिन स्पष्ट नहीं हो सका कि वे कौन सा मुद्दा उठा रहे हैं.