नयी दिल्ली: देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद ने आज आम आदमी पार्टी (आप) को देश में नया विकल्प करार देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी के उभरने के बाद मुसलमानों के बीच यह अहसास पैदा हुआ है कि कांग्रेस और दूसरे धर्मनिरपेक्ष दलों को समर्थन देने के बारे में फिर से विचार किया जाए.
जमात के महासचिव नुसरत अली ने आज संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली में आम आदमी पार्टी का सरकार बनाना राष्ट्रीय राजनीति के बदलते परिदृश्य का संकेत है. मुस्लिम और समाज के दूसरे कमजोर तबके इस नई संभावना को लेकर बहुत आशावान हैं. सही मायनों में ‘आप’ एक नए विकल्प के रुप में उभरकर सामने आया है.’’उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम समुदाय में अब यह अहसास जोर पकड़ रहा है कि उसकी उपेक्षा करने वाली कांग्रेस तथा दूसरे धर्मनिरपेक्ष दलों को लेकर फिर से विचार किया जाए तथा नए विकल्प के बारे में सोचा जाए.’’ अली ने मुजफ्फरनगर दंगों के पीड़ितों को लेकर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बयान की निंदा करते हुए कहा, ‘‘मुलायम सिंह और उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ अधिकारी का बयान बेहद अफसोसनाक है. सारी कोशिश यह होनी चाहिए कि पीड़ित फिर से अपने घरों को लौट सकें और दोनों समुदाय के बीच पहले की तरह भाईचारा कायम हो सके.’’