नयी दिल्ली: सरकार ने तीन बैंकों .इंडियन बैंक, यूको बैंक और विजया बैंक. में अपने तरजीही शेयरों को इक्विटी में परिवर्तित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इससे इन बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी बढ़ेगी.
वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद आज यहां यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इन बैंकों में दीर्घकालिक गैर.संचयी तरजीही शेयरों को सरकार के इक्विटी शेयरों में परिवर्तित करने को मंजूरी दे दी गई है.
यूको बैंक में 69.26 से बढ़कर 77.25 प्रतिशत और विजया बैंक में 55.02 प्रतिशत से बढ़कर 71.85 प्रतिशत हो जायेगी.
चिदंबरम को राजकोषीय घाटे को 4.8 फीसद तक रोकने का भरोसा –राजकोषीय घाटे में बढ़ोतरी के बावजूद वित्त मंत्री पी चिदंबरम को भरोसा है कि चालू वित्त वर्ष में इसे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 4.8 प्रतिशत के लक्ष्य पर रखा जा सकेगा.चिदंबरम ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम राजकोषीय घाटे को 4.8 प्रतिशत पर रखेंगे. इस लाल रेखा को लांघने नहीं दिया जाएगा. मुङो पूरा भरोसा है कि यह इसके पार नहीं जाएगा.’’ नवंबर के अंत तक राजकोषीय घाटा बजट अनुमान के 94 प्रतिशत पर पहुंच गया है. वित्त मंत्री से पूछा गया था कि क्या ऐसे में राजकोषीय घाटा लक्ष्य से ज्यादा रह सकता है.
इस तरह के संकेत हैं कि सरकार राजकोषीय घाटे पर अंकुश के लिए योजनागत व्यय में एक लाख करोड़ रुपये की भारी कटौती कर सकती है. सरकार को चालू वित्त वर्ष में अभी तक विनिवेश से 3,000 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि विनिवेश लक्ष्य 40,000 करोड़ रुपये का है. देश का राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से नवंबर की अवधि में सालाना लक्ष्य का 93.9 प्रतिशत या 5,09,557 करोड़ रुपये रहा है.