मुंबई: भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले प्रख्यात समाज सेवी अन्ना हजारे ने आज इस बात पर बल दिया कि लोकपाल कानून को प्रभावी ढंग से लागू किया जाये. उन्होंने कहा कि इस नवनिर्मित कानून से केवल 40 से 50 फीसदी भ्रष्टाचार पर ही लगाम लग पायेगी.
हजारे ने अपने गांव रालेगण सिद्धी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत का हमारा सपना केवल लोकपाल कानून से ही साकार नहीं हो सकता है. समय की जरुरत है कि इसको प्रभावी ढंग से लागू किया जाये. इसी के साथ हमें खारिज करने का अधिकार, वापस बुलाने का अधिकार, गांव सभाओं को अधिकार संपन्न बनाने, सिटीजन चार्टर जैसे कानूनों के लिए संघर्ष करना पड़ेगा.’’
बहु प्रतीक्षित लोकपाल विधेयक को कल ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंजूरी दी है. इस कानून के तहत भ्रष्टाचार निरोधक नियामक गठित किया जायेगा और इसके दायरे में प्रधानमंत्री कार्यालय को लाया गया है.
उन्होंने जल्द से जल्द सभी राज्यों में लोकायुक्त गठित करने की मांग की. उन्होंने यह भी मांग की कि महाराष्ट्र में आदर्श घोटाले की जांच करने वाले न्यायिक आयोग द्वारा अभ्यारोपित सभी नौकरशाहों एवं राजनीतिक नेताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाये.