नयी दिल्ली : भाजपा ने आज निर्णय लिया कि लोकसभा चुनावों के लिए उसके अभियान को प्रधानमंत्री पद के पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर केंद्रित रखा जाएगा और जनता को संदेश दिया जाएगा कि देश में इस समय 1975 में कांग्रेस द्वारा लगाये गये आपातकाल के बाद जैसे हालात हैं. भाजपा शासित पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी के संसदीय बोर्ड की यहां हुई बैठक के बाद महासचिव अनंत कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि पार्टी के लिए चुनावी नारा ‘मोदी फॉर पीएम’(प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी) होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का ‘मोदी फॉर पीएम’ अभियान जेपी आंदोलन की तर्ज पर होगा जो आपातकाल के समय कांग्रेस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए शुरु किया गया था.’’अनंत कुमार ने कहा कि 1977 में जबरदस्त कांग्रेस विरोधी लहर थी और आज भी वैसे ही हालात हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह ऐतिहासिक साल है. किसी ने नहीं सोचा था कि विपक्ष इतने वोट हासिल कर सकता है.’’ भाजपा महासचिव के अनुसार हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे दिखाते हैं कि भाजपा अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे है.
अनंत कुमार ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता अपने महत्वाकांक्षी अभियान के तहत ‘एक वोट, एक नोट’ कार्यक्रम के तहत धन भी एकत्रित करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘न्यूनतम 10 रुपये और अधिकतम 1,000 रुपये एकत्रित किये जाएंगे.’’ बैठक में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दावा किया कि तीन राज्यों में जीत और दिल्ली में विधानसभा चुनावों में अच्छे प्रदर्शन ने पार्टी के पक्ष में माहौल बना दिया है और इससे आगामी लोकसभा चुनावों में मदद मिलेगी. नेताओं ने एक प्रस्ताव भी पारित किया जिसके मुताबिक ये चुनाव परिणाम इस बात का जनमत सर्वेक्षण है कि सरकार को काम करके दिखाना चाहिए या हट जाना चाहिए. पार्टी का केवल एक ही लक्ष्य है कि लोकसभा चुनावों में 272 से अधिक सीटें प्राप्त करना.
पार्टी लोकसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों का चुनाव करने से पहले 400 से अधिक लोकसभा क्षेत्रों में सभाएं भी करेगी. पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की राष्ट्रीय स्तर की बैठक 28 फरवरी को होगी जिसमें चुनावों के दौरान जमीनी स्तर के प्रबंधन पर चर्चा की जाएगी.मुख्य विपक्षी दल कल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को ‘सुशासन दिवस’ के तौर पर मनाने जा रहा है. भाजपा केंद्र में सरकार बनाने की अपनी संभावनाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए राजग में और दलों को जोड़ने का प्रयास करेगी.