नयी दिल्ली : निर्वाचित विधायकों की उम्र के लिहाज के दिल्ली चार राज्यों में सबसे जवान विधानसभा के रुप में उभरी है जहां विधायकों की औसत उम्र करीब 43 वर्ष है. इसकी तुलना में मध्यप्रदेश और राजस्थान में निर्वाचित विधायकों की औसत उम्र क्रमश: 47 वर्ष और 48 वर्ष है. हालांकि चारों राज्यों में 60 साल या उससे अधिक उम्र के कई नेता चुनाव जीते हैं.
छत्तीसगढ़ में भी निर्वाचित विधायकों की औसत उम्र करीब 48 साल है. मुख्यमंत्री के लिहाज से मध्य प्रदेश इन चारों में ऐसा राज्य है जहां संभवत: सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं. शिवराज सिंह चौहान 56 साल के है. दिल्ली में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हर्षवर्धन और राजस्थान में भी भाजपा के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार वसुंधरा राजे सिंधिया 58 साल के हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की उम्र 61 वर्ष है. ये आंकड़े उनके चुनावी हलफनामे के आधार पर हैं.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी भी 61 साल की हैं.
इन चार राज्यों में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में जो मुख्य नेता थे उनमें सबसे कम उम्र के आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल हैं जिनकी उम्र 45 साल है. उनकी पार्टी दिल्ली में भाजपा के बाद दूसरे सबसे बड़े दल के रुप में उभरी है.
दिल्ली में निर्वाचित सबसे कम उम्र की विधायक राखी बिरला (26), धमेंद्र सिंह (27), अखिलेश पति त्रिपाठी (28) और विशेष रवि (30) हैं.
इसके अलावा लली कुमार (26) राजस्थान में युवा तुर्कों में हैं जबकि कैलाश वर्मा (28) और उमेश पटेल क्रमश: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ में विजयी रहे हैं.
वृद्ध विधायकों में राजस्थान में कई नाम हैं जिनमें जय नारायण पूनिया (80), कुंजी लाल (79), किशन राम (78) और नारायण सिंह (75) हैं.
जगदीश मुखी (70) दिल्ली के वयोवृद्ध विधायकों में एक हैं और सरताज सिंह (73) मध्यप्रदेश में चुनाव जीते हैं.