नयी दिल्ली : आंध्र प्रदेश के विभाजन से जुडे मुद्दे देखने के लिए बना मंत्री समूह मंगलवार को अपनी रिपोर्ट और तेलंगाना पर मसौदा विधेयक को अंतिम रुप नहीं दे सका और बुधवार को फिर बैठक का फैसला किया. इसके बाद ही रिपोर्ट और मसौदा विधेयक को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष पेश किया जाएगा.
मंत्री समूह ने बैठक में दोनों ही राज्यों को संविधान के अनुच्छेद 371-डी के तहत विशेष दर्जा देने से जुडे मुद्दों पर चर्चा की. समझा जाता है कि रायलसीमा के दो जिलों को तेलंगाना में शामिल करने के बारे में भी विचार किया गया.रिपोर्ट और मसौदा विधेयक को अंतिम रुप देने की प्रक्रिया हालांकि अधूरी रही. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने बैठक के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कल फिर बैठक करेंगे.’’ आज की बैठक में केंद्रीय मंत्री ए के एंटनी, पी चिदंबरम, जयराम रमेश आदि शामिल हुए.
बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी सहित शीर्ष अधिकारियों ने भी शिरकत की. मंत्री समूह की बैठक के बाद एम एम पल्लम राजू सहित आंध्र प्रदेश के केंद्रीय मंत्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिन्दे के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया. उन्होंने राज्य के बंटवारे का विरोध किया.