नयी दिल्ली : पाकिस्तानी लेखक और पत्रकार बाबर अयाज ने कहा है कि उनके देश में कट्टरपंथ के उदय ने कई ऐसे इस्लामी आतंकवादी संगठनों को जन्म दिया है जिसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां चोरी-छुपे अपना समर्थन दे रही हैं.कल शाम ‘पॉलिसी एंड प्लानिंग ग्रुप’ नाम के एक थिंक टैंक की तरफ से यहां आयोजित सेमिनार में पाकिस्तान के मौजूदा हालात का विश्लेषण करते हुए बाबर ने यह बयान दिया. सेमिनार का विषय ‘‘व्हाट्स रॉंग विद पाकिस्तान’’ रखा गया था. बाबर ने ‘‘व्हाट्स रॉंग विद पाकिस्तान’’ नाम से हाल ही में एक किताब भी लिखी है जिसे ‘हे हाउस’ ने प्रकाशित किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए बाबर ने कहा, ‘‘कट्टरपंथ के उदय ने कई ऐसे इस्लामी आतंकवादी संगठनों को जन्म दिया है जिसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां चोरी-छुपे अपना समर्थन दे रही हैं.’’ बाबर ने कहा कि पाकिस्तान पर ‘‘दुनिया का सबसे खतरनाक देश’’ और ‘‘आतंकवाद का केंद्र’’ जैसे लेबल लगाये गये हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इस्लाम के शांतिपूर्ण पक्ष को सामने रखने की कोशिशें न के बराबर हुई हैं क्योंकि ऐसे जिहाद-समर्थक तत्व हावी हैं जो देश को गृह-युद्ध जैसे हालात में धकेल रहे हैं.
बहरहाल, पड़ोसी देश से एक अन्य वक्ता और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ शासनकाल में मंत्री रहे जावेद जब्बार ने पाकिस्तान में हुए ऐसे बदलावों की ओर ध्यान दिलाना चाहा जिससे अतीत के अनुभवों से आगे बढ़ने की कोशिशें हुई हैं. जावेद ने कहा कि पाकिस्तान की सेना ‘‘भारत के साथ शांति का समर्थन करने वाली’’ है और वह ‘‘ऐतिहासिक बाहरी खतरों से निपटने की बजाय अंदरुनी खतरों से मुकाबला करना सीख रही है जो देश में हो रहे बदलाव का एक प्रतीक है’’राष्ट्रीय मामलों एवं सूचना पर मुशर्रफ के सलाहकार रहे जावेद ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ अच्छी बात यह है कि लोग शांति चाहते हैं. कोई भी भारत से नफरत नहीं करता. वहां कुछ उन्मादी तत्व हो सकते हैं पर ऐसे लोग तो हर देश में होते हैं.’’बाबर के यह कहे जाने पर कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां आतंकवादी संगठनों को समर्थन देती है, जावेद ने कहा,‘‘ये सारी चीजें महज अनुमान हैं.’’