नई दिल्ली : एक अंतर मंत्रालयी समिति ने सुझाव दिया है कि अलंग यार्ड, गुजरात में तोड़े जाने वाले समुद्री जहाजों के संचार उपकरणों को नष्ट किया जाना चाहिए ताकि कोई उनका दुरुपयोग नहीं कर सके.
अलंग यार्ड एशिया में जहाज व पोत तोड़ने का सबसे बड़ा यार्ड है. इस यार्ड से हर साल 35 लाख टन फिर से इस्तेमाल :रि रोलेबल: होने वाले इस्पता का उत्पदन होता है और यहां लगभग 50000 लोग काम करते हैं.जहाज तोड़ने पर अंतर मंत्रलयी समिति ने इस यार्ड की सुरक्षा भी बढाने का सुझाव दिया है. समिति का कहना है कि यहां सिपाहियों की संख्या बढाई जाए.समिति ने कहा है,अलंग शिप यार्ड में तुड़ाई के लिए जिस संख्या में जहाज आते हैं और यहां कार्यरत श्रमिकों की संख्या को देखते हुए पुलिस बल को मजबूत बनाने की जरुरत है.
इस्पात मंत्रलय में अतिरिक्त सचिव विनोद कुमार ठकराल की अध्यक्षता वाली इस समिति ने सुझाव दिया है कि,तोड़े गए जहाजों के कम्युनिकेशन सैटों को भी तोड़ा जाना चाहिए ताकि कोई उनका दुरुपयोग नहीं कर सके.इसके अलावा अलंग के बंदरगाह पर आने वाले जहाजों पर लगने वाले सैटेलाइट फोन :थुराया व इरीडम: को लेकर बारीक निगरानी रखी जानी चाहिए.