नयी दिल्ली : असहिष्णुता को लेकर देशभर में छिडी बहस के बीच राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरूवार को कहा कि तुच्छ मानसिकता वाले लोग समाज को भाषा, रंग या पंथ के आधार पर बांट देते हैं. उन्होंने विश्व को एक परिवार बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि विभिन्नता भारत की ताकत है और ‘दूसरों की तरह इसे परेशानी के तौर पर लेने के बजाय हम इसे एक उत्सव का मुद्दा समझते हैं. ‘
उन्होंने कहा, ‘‘तुच्छ मानसिकता के लोग विश्व को रंग, भाषा के आधार पर बांटते हैं जबकि जो मुक्त विचारों वाले होते हैं, वे सारे विश्व को ही अपना परिवार समझते हैं.’ भागवत ने यह बात यहां चिन्मय मिशन के स्वामी चिन्मयानंद की जन्मशती पर सिरी फोर्ट में आयोजित ‘नेशनल बिल्डिंग थ्रू इंटर-फेथ हारमनी इन द स्प्रिट ऑफ वसुधैव कुटुम्बकम्’ विषय पर आयोजित एक व्याख्यान के दौरान कही.
आपको बता दें कि इन दिनों बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बयान को लेकर घमासान मचा हुआ है. कुछ भाजपा नेता ने उनको पाकिस्तान जाने की भी सलाह दे डाली तो कुछ ने उन्हें पाकिस्तानी एजेंट तक कह दिया है. इधर देश में असहषणिुता को लेकर जानी मानी हस्तियों का राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का दौर जारी है.