फरीदाबाद (हरियाणा) : जिले के सुनपेड गांव में दबंगों द्वारा देर रात पुरानी रंजिश के चलते एक दलित परिवार के घर पर कथित रूप से तेल छिडककर आग लगाने की घटना का जायजा लेने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज फरीदाबाद पहुंचे. राहुल ने पीडि़त दंपती जीतेन्द्र और रेखा से मुलाकात की और उनका दर्द साझा किया.राहुल गांधी ने पीडि़त परिवार से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि परिवार के लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह यहां के मुख्यमंत्री की जिम्मेवारी है कि इस प्रकार की घटना ना हो. राहुल ने कहा कि इस प्रदेश में कमजोर और गरीब लोगों की सरकार नहीं है. यहां कमजोर लोग दबाये जा रहे हैं, मोर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे अपने स्तर से हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि परिवार की मदद के लिए वे सरकार पर दबाव डालेंगे.
PM नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ-साथ भाजपा और आरएसएस का यही रवैया है कि जो कमजोर उसे कुचल दो. एक पत्रकार ने जब पूछा कि भाजपा उनपर आरोप लगाती है कि राहुल गांधी का ऐसा कोई भी दौरा फोटो अपर्च्यूनिटी है. इसपर राहुल भड़क गये और कहा कि ये सरासर अपमान है. ये मेरा अपमान नहीं इस पीडि़त परिवार का अपमान है. उन्होंने कहा कि यहां लोग मर रहे हैं और आप ऐसी बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मै बार-बार ऐसा दौरा करता रहूंगा.
मौके पर गांववाले और संबंधि सड़क जाम किये हुए थे और दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहे थे. लोगों की मांग है पुलिस सभी दोषियों का जल्द से जल्द पकड़े और उन्हें फांसी दे. वहीं आज सुबह सीपीएम की नेता वृंदा करात भी पीडि़त से मुलाकात करने सुनपेड गांव पहुंची थी.
खबर आ रही है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दोपहर दो बजे सुनपेड गांव आयेंगे और पीडि़त परिवार से मिलेंगे. दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कल मंगलवार को परिवार से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री खट्टर ने पीडि़त परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. गौरतलब है कि इस आगजनी में झुलसकर दलित परिवार के दो बच्चों की मौत गयी. परिवार वाले बच्चों का अंतिम सस्कार तब नहीं करने की बात कर रहे हैं जबतक दोषियों को पकड़ा नहीं जाता.
गौरतलब है कि मंगलवार को तड़के सुबह एक दलित परिवार के घर में आगजनी के कारण परिवार के दो बच्चे झुलसकर मर गये और दंपति गंभीर रूप से घायल हो गये. मरने वालों में ढाई साल का एक बच्चा और 10 माह की एक बच्ची है. वहीं इस घटना का शिकार बने इन बच्चों के माता-पिता को गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस ने पहुंचकर जांच आरंभ कर दी है. बताया जाता है कि जब घर में आग लगी तो उस समय गांव में माता का जागरण चल रहा था. हालांकि मारे गये बच्चों के परिजनों का आरोप है कि दबंगों ने उनके घर में आग लगायी है क्योंकि उनका उनसे पुराना झगडा चल रहा था.
पिछले वर्ष 5 अक्तूबर को भी उनका दंबगों से झगडा हुआ था और इसको लेकर मुकदमा भी दर्ज कराया गया था. पुलिस मामले की इस कोण से भी जांच कर रही है. सुबह घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस आयुक्त सुभाष यादव ने बताया था कि यह घटना दलितों और दबंगों का झगडा नहीं हैं. दोनों परिवारों के बीच पिछले साल से रंजिश चली आ रही थी. थाना-चौकी में पहले से ही इस संबंध में मामले दर्ज हैं. पुलिस प्रवक्ता के अनुसार गांव सुनपेड में सोमवार की रात्रि माता के जागरण का आयोजन किया गया था. आज तडके चार बजे अचानक गांव के ही रहने वाले दीपेंद्र के मकान में आ लग गई जिसमें मकान में सो रहे उसके ढाई साल के लडके वैभव व 11 वर्षीय लडकी दिव्या की जलकर मौत हो गई, जबकि दीपेंद्र और उसकी पत्नी रेखा बुरी तरह झुलस गये. दंपति को उपचार के लिए समीपवर्ती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है.
मामले की सूचना मिलते ही थाना बल्लभगढ प्रभारी व एसीपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे गांव में सुरक्षा व्यवस्था कडी करके मामले की गंभीरता से जांच आरंभ कर दी.