नयी दिल्ली : वन रैंक वन पेंशन आंदोलन में कूदते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रदर्शनकारी पूर्व सैनिकों की मांग को लागू करने की तारीख की घोषणा करने की मांग की जबकि उससे कुछ देर पहले स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए पुलिस ने इन पूर्व […]
नयी दिल्ली : वन रैंक वन पेंशन आंदोलन में कूदते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रदर्शनकारी पूर्व सैनिकों की मांग को लागू करने की तारीख की घोषणा करने की मांग की जबकि उससे कुछ देर पहले स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए पुलिस ने इन पूर्व सैनिकों को जंतर मंतर से हटाने के क्रम में उनसे कथित दुर्व्यवहार किया.
इसी बीच सरकार ने कहा कि ओआरओपी लागू करने में कुछ तकनीकी मुश्किलें हैं लेकिन वह इस मुद्दे पर अपना वादा पूरा करने के लिए कृत संकल्प है. पिछले 62 दिनों से आंदोलन पर बैठे पूर्व सैन्यकर्मियों के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष उनके साथ हो गए और उन्होंने प्रधानमंत्री से ओआरओपी को लागू करने के लिए एक निश्चित तारीख की मांग की.
कुछ मुद्दे अब भी निबटाये जाने की जरुरत का संकेत देते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि ओआरओपी लागू करने में कुछ तकनीकी मुश्किलें है. उन्होंने कहा, हमने इस संबंध में जो आश्वासन दिए हैं, उसे हम पूरा करेंगे. जब हमने ऐसा कहा तो सरकार को अपने कार्यकाल के अंदर पूरा करना है और हम बहुत जल्द ही ऐसा करेंगे. हम अपने आश्वासन पर कायम हैं.
हालांकि प्रधानमंत्री पर अपना चुनावी वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी को वादा करने से पहले ओआरओपी पर तकनीकी मुश्किलों के बारे में सोचना चाहिए था. मोदी बड़ी आसानी से वादा करते हें लेकिन उन्हें पूरा करने में विफल रहते हैं.
पूर्व सैनिकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई की कड़ी आलोचना होने के बाद केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजीजू के निर्देश पर कानून प्रवर्तन एजेंसी अपने रुख से पीछे हटी और उसने प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन जारी रखने की इजाजत दे दी.