गाजियाबाद: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने आज कहा कि प्रदेश सरकार ने सीओ जियाउल हक हत्याकांड में राजा भैया का नाम आने पर उन्हें तुरंत मंत्रिमंडल से हटा दिया था लेकिन आजम खां पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की. उन्होने आरोप लगाया कि गत 27 अगस्त को थाना सिखेडा से 8 आरोपियों को छुडाने पर 27 लोगों की जान गई.
एक टीवी चैनल ने इस सिलसिले में आजम खां के स्टिंग ऑपरेशन को भी दिखाया लेकिन आज तक आजम खां के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गयी.भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे में आरोपी कादिर राणा तथा एक अन्य के खिलाफ प्रशासन ने नोटिस भी नहीं चस्पा किया है जबकि भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई.बाजपेयी ने बताया कि सीओ हत्याकांड में राजा भैया के खिलाफ सीबीआई जांच कराई गई तथा नार्को टेस्ट कराया गया तो फिर आजम खां का क्यों नहीं? और जब राजा भैया इस्तीफा दे सकते है तो आजम खां क्यों नहीं? इससे स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार द्वारा तुष्टीकरण नीति के तहत कार्रवाई की गई.