नयी दिल्ली: भूमि अधिग्रहण विधेयक पारित कराने में विपक्ष के बाधाएं डालने के आरोप पर भाजपा ने आज राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि उनमें कम से कम सच बोलने का साहस तो होना चाहिए. लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीमान राहुल, कृपया सच बोलने का साहस […]
नयी दिल्ली: भूमि अधिग्रहण विधेयक पारित कराने में विपक्ष के बाधाएं डालने के आरोप पर भाजपा ने आज राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि उनमें कम से कम सच बोलने का साहस तो होना चाहिए.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीमान राहुल, कृपया सच बोलने का साहस दिखाइए. विधेयक (भूमि अधिग्रहण) पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने 29 अगस्त 2013 को लोकसभा में कहा था: ‘मैं विपक्ष की नेता का विशेष धन्यवाद करना चाहूंगा क्योंकि दो सर्वदलीय बैठकों में, ऐसा लगा कि हम और आगे नहीं बढ़ पाएंगे. लेकिन उन्होंने (सुषमा) समाधान खोजा और आज हम सदन में विधेयक पर चर्चा कर रहे हैं.’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ और रामपुर की अपनी जनसभाओं में आरोप लगाया कि खाद्य सुरक्षा एवं भूमि अधिग्रहण जैसे जनहितैषी विधेयक लाने पर विपक्ष यूपीए सरकार के लिए हर कदम पर बाधाएं पैदा करता रहा.
उन्होंने कहा, ‘‘संसद में हर कदम पर बाधाएं पैदा करने की कोशिश की गयी..हमें विपक्ष ने रोका. संसदीय समितियों सहित कई जगहों पर विधेयक अटके रहे. यहां तक कि संसद को भी नहीं चलने दिया गया.’’ भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडु ने राहुल को उनके उस बयान पर निशाना बनाया जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा है कि 2014 के आम चुनावों के बाद ‘‘युवाओं की सरकार’’ बनेगी जिससे ‘‘देश में बदलाव’’ आएगा.नायडु ने इसे ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ बताते हुए कटाक्ष किया कि क्या कांग्रेस में राहुल के अलावा भी कोई युवा है? भाजपा नेता ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सीट 100 से कम रहेंगी.