नई दिल्ली : ईंधन संरक्षण अभियान के तहत पेट्रोलियम मंत्री एम. वीरप्पा मोइली आज मेट्रो ट्रेन से अपने कार्यालय आए.मोइली अपने आवास 3 तुगलक लेन से पैदल चलकर रेस कोर्स मेट्रो स्टेशन गए जहां से उन्होंने येलो लाइन की ट्रेन पकड़ी और केंद्रीय सचिवालय स्टेशन पर उतरकर शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय गए. एक केंद्रीय मंत्री द्वारा सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल को लेकर मीडिया द्वारा हव्वा खड़ा करने से मोइली को 15 मिनट की यात्र करने में तिगुना समय लग गया.
मीडियाकर्मी मोइली के आवास से लेकर रेस कोर्स मेट्रो स्टेशन आने तक उनसे प्रतिक्रिया लेने में धक्का मुक्की करते रहे जिससे मंत्री को इतनी दूरी तय करने में 25 मिनट लग गए. मोइली ने कहा, ‘‘ हमने बीते वित्त वर्ष में तेल आयात पर करीब 145 अरब डालर खर्च किए. जहां हम घरेलू उत्पादन बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं, साथ ही हमें आयात बिल घटाने के लिए ईंधन बचाना चाहिए. ईंधन का आयात बिल चालू खाते का घाटा जैसी मौजूदा आर्थिक परेशानियों के लिए सबसे बड़े कारणों में से एक है.’’
उन्होंने कहा कि उनके मंत्रलय एवं तेल क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनियों के सभी अधिकारी प्रत्येक बुधवार को सार्वजनिक परिवहन से यात्र करेंगे. संयुक्त सचिव नीरज मित्तल और अरमाने गिरिधर साइकिल से 8 किमी की यात्र कर कार्यालय पहुंचे. निजी सचिव संजीव कुमार ने कार्यालय आने के लिए अलग मेट्रो पकड़ी. मोइली ने कहा, ‘‘ अकेले मंत्रलय के कर्मचारियों ने आज 600 लीटर पेट्रोल या डीजल बचाया होगा. मैंने अपने कार्यालय की कार को पूरे दिन गैराज में खड़ी करने का आदेश दिया है. मैं मेट्रो से ही वापस घर जाउंगा.’’