चारा घोटाला मामले में आज झारखंड हाईकोर्ट ने लालू यादव सहित सभी 45 आरोपियों को दोषी करार दिया है. लालू को कोर्ट ने अभी सजा नहीं सुनायी है, उन्हें तीन अक्तूबर को सजा सुनायी जायेगी लेकिन उन्हें अभी से हिरासत में ले लिया गया है. लालू को दोषी करार दिये जाने के बाद राजनीति तेज हो गयी है. भाजपा ने फैसले का स्वागत किया है, तो कांग्रेस ने कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है. आइए जानें कि फैसले पर किसने क्या कहा:-
शाहनवाज हुसैन (भाजपा): कोर्ट ने आदर्श फैसला किया है, हम इस फैसले का स्वागत करते हैं. प्रदेश में जो लूट की छूट थी, कोर्ट ने उसके खिलाफ फैसला दिया है.
प्रभुनाथ सिंह (राजद): पार्टी के लिए झटका तो है, लेकिन हम विचलित नहीं है. लालू और हम सभी जानते थे कि यही होना है. यही कारण था कि उन्होंने कोर्ट बदलने की गुहार लगायी थी क्योंकि हमें न्याय नहीं मिलने की उम्मीद थी. हम आगे अपील करेंगे.
राशिद अल्वी (कांग्रेस) : कानून ने अपना काम किया है. जहां तक बात राजनीतिक साझेदारी की है, तो अभी हम उसपर कुछ नहीं कहना चाहते हैं.
बलबीर पुंज(भाजपा): भाजपा कोर्ट के निर्णय का स्वागत करती है. लालू ने कभी विकास की राजनीति नहीं की. उन्होंने हमेशा जाति और धर्म आधारित राजनीति की थी, लालू को दोषी करार दिये जाने के बाद ऐसी राजनीति करने वालों को भी सबक मिलेगी.
ललन सिंह (जदयू): कोर्ट ने आदर्श फैसला लिया है. अब जनता भी दागी उम्मीदवारों को स्वीकार नहीं कर रही है, ऐसे में यह जरूरी है कि राजनीतिक दल दागी उम्मीदवारों को टिकट देने से बचें.
रघुवंश प्रसाद सिंह(राजद): चारा घोटाला मामले में आये फैसले के संबंध में राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि पार्टी हर स्थिति का सामना करने को तैयार है.
वेंकैया नायडू(भाजपा): अच्छा फैसला है, यह तो होना ही था. लेकिन इस फैसले का बिहार की राजनीति पर बहुत असर पडेगा, ऐसा नहीं लगता. अब देखना यह है कि कांग्रेस क्या स्टैंड लेती है.
वृंदा करात (सीपीएम) : हमारी पार्टी हमेशा भ्रष्टाचार का विरोध करती है, अत: हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. कोर्ट के फैसले से भ्रष्टाचार पर लगाम कसेगी.
सत्यव्रत चतुर्वेदी (कांग्रेस ) : हमारी पार्टी पर हमेशा यह आरोप लगता था कि हम लालू यादव को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, साथ ही यह भी कहा जाता था कि हमारी सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन आज के कोर्ट के फैसले से यह साफ हो गया है कि हम ऐसा कुछ भी नहीं कर रहे हैं.
मीराकुमार (लोकसभाअध्यक्ष):लालू प्रसाद के बतौर सांसद अयोग्य ठहराए जाने पर फैसला अदालत के निर्णय का अध्ययन करने के बाद किया जाएगा.