कोलकाता : भाजपा महासचिव वरुण गांधी ने दोषी जनप्रतिनिधियों को राहत प्रदान करने वाले विवादित अध्यादेश के खिलाफ राहुल गांधी की प्रतिक्रिया की आज आलोचना की और कहा कि यह प्रधानमंत्री का ‘‘अपमान’’ है तथा देश की ‘‘गरिमा कम करने वाला’’ है.वरुण पार्टी की राज्य कार्य समिति की यहां हुयी बैठक में बोल रहे थे. अपने चचेरे भाई और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वरुण ने कहा, ‘‘ अध्यादेश की आलोचना करने वाली राहुल की टिप्पणी प्रधानमंत्री का अपमान है. प्रधानमंत्री का अपमान, जबकि वह (देश से) बाहर हैं, पूरे देश की गरिमा कम करने वाला भी है.’’
पार्टी की बंद कमरे में हुयी बैठक का ब्यौरा संवाददाताओं को देते हुए भाजपा के राज्य प्रमुख राहुल सिन्हा ने वरुण का हवाला दिया और कहा, ‘‘ किसी मुद्दे पर ऐसी टिप्पणी काफी अनैतिक है जबकि प्रधानमंत्री बाहर हैं और यह टिप्पणी भी उनकी अपनी पार्टी के शीर्ष नेता ने की है.’’सिन्हा ने मांग की कि प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इस्तीफे की भी मांग की.
सिन्हा ने कहा, ‘‘ चूंकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मानना है कि यह अध्यादेश पूरी तरह से बकवास है और इसे फाड़ कर फेंक देना चाहिए, ऐसे में न तो प्रधानमंत्री और न ही उनकी सरकार को बने रहने का कोई नैतिक अधिकार है. सोनियाजी को भी अपनी पार्टी के नेता के इस कदम पर अपने दल के शीर्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि या तो प्रधानमंत्री या कांग्रेस अध्यक्ष को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए या राहुल गांधी को अनैतिक कदम के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना चाहिए.भाजपा नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने विवादित अध्यादेश के खिलाफ आवाज उठायी थी और पार्टी नेताओं ने अपना विरोध जताने के लिए राष्ट्रपति से मुलाकात की थी.