पणजी: गोवा पुलिस ने उन कमियों की जांच का काम शुरु कर दिया है, जिनकी वजह से इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक यासिन भटकल के 2012-13 के दौरान राज्य में मौजूद होने का पता नहीं चल सका.
पुलिस उप महा निरीक्षक ओ पी मिश्र ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘जांच के दौरान (भटकल के गोवा प्रवास के संबंध में) जो भी त्रुटियां (पुलिस की तरफ से) हुई हैं, हम उनके बारे में कार्रवाई करेंगे.’’भटकल को एनआईए द्वारा गिरफ्तार किया गया था. उसे एक सप्ताह पहले गोवा लाया गया, जब उसने अंजुना में एक जगह की पहचान की थी, जहां वह अपने दो साथियों के साथ रुका था.
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा था कि एनआईए को कमरे से कुछ रसायन मिले, जिनका इस्तेमाल बम बनाने में किया जाता है.
डीआईजी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हुए कि राज्य में भटकल की मौजूदगी का पता न लगा पाना खुफिया विभाग की कमी थी. उन्होंने कहा कि वह मीडिया की खबरों पर प्रतिक्रिया नहीं देंगे.
मिश्र ने कहा कि जिस मकान मालिक ने अपना मकान भटकल के साथी को किराए पर दिया, उसकी सबसे बड़ी गलती यह है कि उसने अपने मकान में रसायनों की मौजूदगी के बारे में पुलिस को सूचित नहीं किया. डीआईजी ने कहा, ‘‘मकान मालिक को रसायन मिले तो उसने उन्हें अपने कमरे के पिछवाड़े डाल दिया. उसका यह फर्ज था कि वह संदिग्ध रसायनों के बारे में पुलिस को सूचना देता.’’