लेह : लेह में पर्यटन तथा कारोबार चीन की घुसपैठ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. परंपरागत लद्दाखी भोजन की पेशकश करने वाले पैनारोमा होटल में इस सीजन में कारोबार ठंडा है.
होटल के एक कर्मचारी ने कहा, ‘‘हम पिछले 20 साल से इस होटल का संचालन कर रहे हैं और हर साल अच्छा कारोबार रहता है. लेकिन इस सीजन में कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. चीनी घुसपैठ की खबर आने के बाद से बहुत से पर्यटकों ने कमरों की बुकिंग रद्द करा दी है.’’ उसने कहा कि आमतौर पर होटल के कमरे 100 प्रतिशत बुक रहते हैं, लेकिन इस साल बुकिंग में 50 फीसद की गिरावट आई है. कुछ इसी तरह की कहानी लेह व्यू कैफे की भी है. कैफे के मालिक मुजामिल बिलाई ने कहा, ‘‘पिछले 8 साल से हम काफी अच्छा कारोबार कर रहे हैं. इस साल हमारा कारोबार सिर्फ 30 फीसद रह गया है. इसकी मुख्य वजह चीनी घुसपैठ है.’’
इसी तरह पिछले 20 साल से संचालित थांगसल रिजार्ट से जुड़े लोगों का भी कहना है कि इस साल विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आई है. उनी कपड़े तथा टी-शर्ट बेचने वाले अमूलेट नेपाल शॉप के दिनेश राज सिंह ने कहा, ‘‘हमारे लिए जुलाई से लेकर अगस्त-सितंबर तक का महीना कारोबार की दृष्टि से काफी अच्छा रहता है. इस सीजन में काफी संख्या में पर्यटक आते हैं. लेकिन इस साल कारोबार ठंडा है. चीनी घुसपैठ के अलावा महंगाई तथा विमान किरायों में बढ़ोतरी इसकी प्रमुख वजह है.’’ यहां की रिफ्यूजी मार्केट में ग्राहक नहीं आ रहे हैं. इस बाजार में स्थानीय लोग स्टाल लगाते हैं तथा तिब्बती आभूषण बेचते हैं. एक दुकानदार बूमलाजी ने कहा, ‘‘पिछला साल हमारे लिए काफी अच्छा रहा था। इस साल बात दूसरी है. कम दाम पर एक्सेसरीज की बिक्री करने के बावजूद हमें मुनाफा नहीं हो रहा है. बिजली की समस्या से हम जूझ तो रहे ही हैं, साथ ही कारोबार भी घट रहा है.’’