लखनउ : हिंसाग्रस्त मुजफ्फरनगर जिले में स्थिति में सुधार को देखते हुए आज वहां कर्फ्यू में पांच घंटे की ढील दी गयी, जबकि बागपत में दो संप्रदाय में पथराव की घटना को छोड़कर आसपास के जिलों में स्थिति शांतिपूर्ण रही और कहीं से भी हिंसा की किसी ताजा घटना की जानकारी नहीं मिली.
पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ) आशीष गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘बागपत जिले में रुमाला पुलिस थाना के तीरथल गांव में आज दोपहर बाद दो समुदायों के बीच हुई पथराव की घटना में वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस के एक जवान के सिर में चोट में आयी है.’’
उन्होंने बताया कि तीरथल की घटना के सिलसिले में 25-30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों तथा अधिकारियों ने दो समुदायों के लोगों को भरोसे में लेकर जल्दी ही स्थिति पर काबू पा लिया. गुप्ता ने बताया कि बागपत की उस घटना को छोड़ कर मुजफ्फरनगर अथवा आसपास के किसी जिले से हिंसा की कोई अन्य घटना प्रकाश में नहीं आयी है.
मुजफ्फरनगर के कवाल गांव में 27 अगस्त को छेड़खानी को लेकर दो संप्रदायों के तीन युवकों की हत्या के बाद उपजे तनाव के कारण शनिवार को मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के जिलों में सांप्रदायिक हिंसा की वारदात में अब तक 40 लोगों की जान चली गयी है, जबकि शनिवार से ही मुजफ्फरनगर के तीन थाना क्षेत्रों कोतवाली, सिविल लाइंस और नई मंडी में कर्फ्यू लगा है.