कोटा : राजस्थान महिला आयोग ने मांग की है कि 16 साल की एक अल्पवय लड़की पर यौन हमले के मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए आसाराम का झूठ पकड़ने वाला परीक्षण (नार्को एनेलेसिस टेस्ट) कराया जाना चाहिए.आयोग की अध्यक्ष प्रो. लाड़कुमारी जैन ने कहा, ‘‘यदि जरुरत पड़े तो आसाराम का नार्को टेस्ट (पालीग्राफ टेस्ट) कराया जाना चाहिए ताकि उनकी बेगुनाही साबित की जा सके.’’
देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर खेद जताते हुए उन्होंने परिवारों से अपील की कि वे अपनी बच्चियों और महिलाओं को किसी भी प्रकार का उपचार करने के लिए इस प्रकार के तथाकथित साधुओं के पास नहीं ले जाये.
जैन ने कहा कि महिलाओं को अपराध से संरक्षण दिलाने वाले कानून का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए और समाज को बलात्कारियों का बहिष्कार करना चाहिए. किशोर न्याय कानून को अनुपयुक्त बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे आरोपियों की शारीरिक एवं मानसिक स्थिति के आधार पर लागू किया जाना चाहिए. आसाराम को जोधपुर की एक अदालत ने कल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा था. आसाराम ने आरोपों से इंकार किया है.