नयी दिल्ली : उत्तर बिहार में भारत नेपाल सीमा पर से गिरफ्तार दुर्दांत आतंकवादी और इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सह संस्थापक यासीन भटकल को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हवाले किया जाएगा.
भटकल कई आतंकवादी घटनाओं एवं देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के मामले में एनआईए द्वारा वांछित है. एनआईए ने उसके पकड़े जाने के लिए 10 लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखी थी. उसपर भादसं और अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है.
उसके खिलाफ एक गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. वह कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है. भटकल 2008 से फरार चल रहा है. वह अहमदाबाद, सूरत, बेंगलूर, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद के आतंकवादी हमले के मामलों में वांछित है.
वर्ष 2008 में अपने भाई रियाज के साथ इंडियन मुजाहिदीन की स्थापना करने वाला भटकल जर्मन बेकरी बम धमाके मामले में भी वांछित है. वहां 13 फरवरी, 2010 को बम धमाके होने से 17 लोगों की जान चली गयी थी. सरकार ने अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आईएम को आतंकवादी संगठन घोषित कर रखी है.
आतंकवादी यासीन भटकल गिरफ्तार, रिमांड पर लेगी पुलिस
अति वांछित आतंकवादी यासीन भटकल और एक अन्य व्यक्ति बिहार पुलिस की गिरफ्त में हैं. उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए आज पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी स्थित स्थानीय अदालत में पेश किया जायेगा.
पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि ये दोनों बिहार पुलिस की गिरफ्त में हैं और उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए आज जिला मुख्यालय मोतिहारी स्थित स्थानीय अदालत में पेश किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि यासीन और एक अन्य को बिहार पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा से रक्सौल से गिरफ्तार किया है तथा इसकी सूचना एनआईए को दे दी गयी है.
इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक सदस्यों में शामिल अति वांछित आतंकी यासीन भटकल देश के विभिन्न भागों में हुए बम विस्फोट मामलों में वांछित था.
गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बताया कि भटकल की गिरफ्तारी बिहार-नेपाल की सीमा से कल रात हुई. फिलहाल उसे बिहार पुलिस ने अपने कब्जे मे रखा है. उससे पूछताछ जारी है.दरभंगा में काफी दिनों तक था भटकल.सूत्रों के मुताबिक वह नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल होने की फिराक में था. ऐसा बताया जा रहा है कि हाल में गिरफ्तार बम एक्सपर्ट अब्दुल करीम टुंडा की निशानदेही पर यासीन को दबोचा गया.
यासीन का छह माह से किया जा रहा था पीछा
इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सह संस्थापक और भारत के अति वांछित आतंकवादियों में एक यासीन भटकल को नेपाल में पकड़े जाने से पहले छह महीने तक केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां उसका पीछा कर रही थीं.
सरकारी सूत्रों ने यहां बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को छह महीने पहले यासीन की आवाजाही के बारे में सूचना मिली थी, तब से वे लगातार उसका पीछा कर रही थीं.
यासीन को कल नेपाल में उसके एक सहयोगी के साथ पकड़ा गया. उसके बाद उसे भारत नेपाल सीमा पर लाया गया जहां उसे बिहार पुलिस के हवाले कर दिया गया.आईएम सह संस्थापक को सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाल में स्थानीय प्रशासन की मदद से पकड़ा.
लश्कर ए तैयबा के बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम टुंडा की 16 अगस्त को गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह दूसरी बड़ी उपलब्धि है. वर्ष 2008 में अपने भाई रियाज के साथ इंडियन मुजाहिदीन की स्थापना करने वाला भटकल जर्मन बेकरी बम धमाके मामले में भी वांछित है. वहां 13 फरवरी, 2010 को बम धमाके होने से 17 लोगों की जान चली गयी थी.
ओपेरा हाउस,जावेरी बजार और दादर पश्चिम में हुए धमाकों में थी तलाश
यासीन को मोहम्मद अहमद सिद्धीबप्पा के नाम से भी जाना जाता है. उस पर अपने तीन साथियों तहसीन अख्तर वसीम अख्तर शेख (23), असदुल्ला अख्तर जावेद अख्तर (26) और वकास उर्फ अहमद (26) के साथ मिलकर 13 जुलाई, 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, जावेरी बजार और दादर पश्चिम में हुए तीन सिलसिलेवार बम धमाके अंजाम देने का आरोप है, जिसमें 27 लोगों की मौत हुई और 130 लोग घायल हो गए थे.
इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ा यह आतंकी अहमदाबाद, सूरत, बेंगलूर, दिल्ली और हैदराबाद में हुए विभिन्न आतंकी हमलों में भी वांछित था. महाराष्ट्र के आंतकवाद निरोधक दस्ते ने इस वर्ष फरवरी महीने में यासीन और उसके तीन सहयोगियों की सूचना देने वाले को दस लाख रुपए ईनाम देने की घोषणा की थी. दादर में हुए धमाके में शामिल तहसीन को छोड़कर अन्य तीनों लोगों पर पुणे शहर के मध्य में व्यस्त सड़क पर एक अगस्त, 2012 को हुए कम तीव्रता के चार सिलसिलेवार धमाकों में भी शामिल होने का आरोप है. इस मामले से जुड़े आठ आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
दिल्ली पुलिस ने15लाख रुपए के ईनाम की घोषणा की थी
दिल्ली में हुए तीन आतंकी वारदातों सहित विभिन्न आतंकी घटनाओं में संदिग्ध यासिन की सूचना के लिए दिल्ली पुलिस ने भी दिसंबर, 2011 में 15 लाख रुपए के ईनाम की घोषणा की थी. यासीन जहां कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है, वहीं तहसीन बिहार के समस्तीपुर का और असदुल्ला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है.
भटकल ने की थी इंडियन मुजाहिदीन की स्थापना
कर्नाटक के मूल निवासी 30-वर्षीय यासीन भटकल ने वर्ष 2008 में अपने भाई रियाज़ समेत दो लोगों के साथ मिलकर इंडियन मुजाहिदीन की स्थापना की थी. उसका असली नाम मोहम्मद अहमद सिद्दीबापा है.
इन मामलों में थी भटकल की तलाश
-2008 में अहमदाबाद, सूरत और जयपुर में ब्लास्ट
-2010 में वाराणसी के घाट पर बम ब्लास्ट
-2011 में पुणे जर्मन बेकरी ब्लास्ट
-2011 में मुंबई बल ब्लास्ट
-2013 में हैदराबाद और बंगलुरू में ब्लास्ट