नई दिल्ली : राज्यसभा में आज तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की विधवा और पुत्रियों से जुड़ी तीन फाइलें सार्वजनिक करने की केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इन फाइलों के सार्वजनिक होने से देश की कानून व्यवस्था को किस तरह खतरा हो सकता है.
तृणमूल के कुणाल कुमार घोष ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि नेताजी की पत्नी एवं पुत्रियों से संबंधित तीन फाइलों को प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह कहते हुए सार्वजनिक करने से इंकार कर दिया है कि इससे देश की संप्रभुता, विदेशी मित्रों के साथ हमारे संबंध और कानून एवं व्यवस्था पर असर पड़ सकता है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय में नेताजी से जुड़ी 33 गोपनीय फाइलें हैं. चंद्रचूड़ घोष नामक एक व्यक्ति ने सूचना का अधिकार कानून के तहत इनमें से 3 फाइलों के बारे में जानकारी मांगी थी लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन्हें देने से इंकार कर दिया.
घोष ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय को यह बताना चाहिए कि इन फाइलों के सार्वजनिक होने से देश की संप्रभुता, विदेशी मित्रों के साथ हमारे संबंध और कानून एवं व्यवस्था पर कैसे असर पड़ सकता है.