नयी दिल्ली : अव्यवस्था संबंधी अपनी टिप्पणी की वजह से उठे विवाद को खत्म करने की कोशिश में राज्यसभा के सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज कहा कि उन्होंने जो कहा, वह किसी के खिलाफ आरोप नहीं था. उन्होंने यह भी कहा कि सदन में जब उन्होंने यह टिप्पणी की थी, उस समय के माहौल को देखते हुए सदन का सचिवालय उनकी टिप्पणी की समीक्षा करेगा.
कल उच्च सदन में प्रश्नकाल बाधित होने और लगातार हंगामे की वजह से क्षुब्ध अंसारी ने कहा था नियमावली के प्रत्येक नियम, प्रत्येक शिष्टाचार का उल्लंघन किया जा रहा है. अगर माननीय सदस्य सदन को अव्यवस्था का महासंघ (फेडरेशन ऑफ एनार्किस्ट्स) बनाना चाहते हैं तो अलग बात है, क्योंकि सदन में अव्यवस्था है. इस पर कई दलों के सदस्यों ने नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे यह टिप्पणी वापस लेने की मांग की थी.
आज उच्च सदन की बैठक शुरु होने पर, सभापति की टिप्पणी को लेकर हुई संक्षिप्त चर्चा के बाद अंसारी ने कहा कि आसन सरकार का हिस्सा नहीं है और उनका प्रयास रहता है कि सदन का संचालन नियमावली के मुताबिक हो.
अंसारी ने कहा समय आ गया है कि हम अपने आचरण की और नियमों की समीक्षा करें और आवश्यकता के अनुसार बदलाव करें. उन्होंने कहा कि वह इस बात पर चर्चा करने के लिए जल्द ही सदस्यों की एक बैठक बुलाएंगे कि अगर नियमों को बदलने की जरीरत है तो यह बदलाव किस तरह किया जा सकता है.
अपनी टिप्पणी के बारे में अंसारी ने कहा कि उन्होंने जिस शब्द (एनार्किस्ट्स) का उपयोग किया, दुनिया के कई संस्थान और लोगों का नाम उस शब्द पर है. इसी नाम का एक अंतरराष्ट्रीय संघ भी है. उन्होंने कहा कि उन्होंने जो कहा उसके आगे उन्होंने अगर शब्द का भी उपयोग किया था.