नयी दिल्ली: आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति के निलंबन को उत्तर प्रदेश में अराजकता की मिसाल बताते हुए भाजपा ने आज कहा कि सत्ताधारी समाजवादी पार्टी और उसके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्य में 41 महीने में कोई अच्छी परियोजना तो लागू कर नहीं सके लेकिन सपा का सदस्य एक ईमानदार अधिकारी को 41 मिनट में निलंबित कराने की शेखी बघारता है.भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दुर्गा शक्ति के निलंबन के बाद राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां अवैध खनन गिराहों के बचाव के प्रयास में कहते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों पर हर किसी का अधिकार है. ‘‘लेकिन बशर्मी यहीं खत्म नहीं होती, कई खनन माफियाओं के (कथित) करीबी सपा कार्यकर्ता नरेन्द्र भाटी ने दावा किया है कि उन्होंने दुर्गा शक्ति को 41 मिनट में निलंबित करा दिया और उन्हें इसका गर्व है.’’
मीनाक्षी ने कहा कि दुर्गा पर अखिलेश ने आरोप लगाया है कि वह एक अवैध मस्जिद की दीवारें गिराकर सांप्रदायिक तनाव फैला रही थीं लेकिन सच्चाई यह है कि ईमानदार और मेहनती अधिकारी दुर्गा ने यमुना और हिंडन नदियों में रेत के अवैध खनन के संबंध में 24 से अधिक ट्रक जब्त किये और अवैध खनन गिरोहों के कई मुखियाओं को गिरफ्तार किया. उन्होंने 297 वहन बंद करा दिये और 80 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला. उन्होंने कहा कि दुर्गा को निलंबित कर सपा दो लक्ष्य साध रही थी. एक तो प्रशासनिक अधिकारियों को यह संदेश देकर कि ईमानदारी पर दंड मिलेगा, उनका मनोबल गिरा रही है और दूसरे धर्म निरपेक्षता के नाम पर राजनीतिक ड्रामा कर रही है.