नयी दिल्ली: कन्फेडरेशन आफ न्यूजपेपर एंड न्यूज एजेंसी एंप्लॉइज ने न्यायमूर्ति राजकुमार मणिसाना सिंह के निधन पर आज शोक व्यक्त किया. वह अखबार उद्योग के श्रमजीवी पत्रकारों और गैर-पत्रकारीय कर्मचारियों के लिए बनाये गये दो वेज बोर्डों के अध्यक्ष रहे.
न्यायमूर्ति सिंह का निधन आठ जनवरी को इंफाल में हो गया था. वह 82 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से इंफाल में अस्पताल में भर्ती थे. असम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश सिंह का अंतिम संस्कार कल मणिपुर सरकार ने राजकीय सम्मान के साथ किया.
कन्फेडरेशन की आज यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार संगठन ने न्यायमूर्ति मणिसाना सिंह के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है. कन्फेडरेशन ने अखबार मालिकों के पुरजोर और लगातार विरोध के बीच देश में अखबारों और समाचार एजेंसियों के पत्रकारीय तथा गैर-पत्रकारीय कर्मचारियों को न्याय दिलाने में न्यायमूर्ति सिंह के अद्भुत साहस और ईमानदारी को कृतज्ञता के साथ याद किया.
विज्ञप्ति के अनुसार उनके नेतृत्व में बोर्ड नियोक्ताओं की कानूनी चुनौतियों का सामना करने में सफल रहा जो अपने आप में केंद्र सरकार द्वारा 1994 द्वारा उन्हें दी गयी जिम्मेदारी के प्रति उनके समर्पण को श्रद्धांजलि हैं.
विज्ञप्ति के अनुसार साल 2000 में मणिसाना सिंह वेज बोर्ड की रिपोर्ट उनकी स्मृतियों के प्रति श्रद्धांजलि रहेगी जिनकी सिफारिशों ने समाचार पत्र-समाचार एजंसियों में वेतन तय करने की दिशा में योगदान दिया.
इससे पहले वह पूर्वोत्तर की सरकारों और न्यायपालिका में अनेक पदों पर सेवाएं दे चुके थे. कन्फेडरेशन में ऑल इंडिया न्यूजपेपर एंप्लॉइज फेडरेशन, इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन, नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (आई), फेडरेशन ऑफ पीटीआई इंप्लॉइज यूनियन्स, यूएनआई वर्कर्स यूनियन और आईएफडब्ल्यूजे शामिल हैं.