तिरुवनंतपुरम: केरल विधानसभा में माकपा नीत एलडीएफ और कांग्रेस नीत सत्तारुढ यूडीएफ के सौर घोटाले को लेकर आज फिर आमने सामने आ जाने से जमकर हंगामा हुआ जिसके कारण सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर देना पड़ा.
सौर घोटाले को लेकर एलडीएफ के हमले के बीच पिछले सप्ताह से संयम बरतने वाला सत्ता पक्ष भी आज आक्रामक हो गया और दोनों पक्षों के बीच तीखा वाद विवाद हुआ. एलडीएफ के सदस्य शून्य काल के दौरान सदन के बीचों बीच आ गए.
वाद विवाद बढने पर अध्यक्ष जी कार्तिकेयन को जब स्थिति बिगड़ती नजर आई तो उन्होंने सदन को अस्थायी रुप से स्थगित कर दिया.एक घंटे बाद सदन की कार्यवाही पुन: शुरु होने पर विपक्ष ने फिर से मामले को उठाना शुरु कर दिया और दावा किया कि नए सबूत यह दर्शाते हैं कि मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने उस कंपनी की सिफारिश करने संबंधी एक पत्र लिखा था जो सौर उर्जा परियोजनाओं संबंधी फर्जी समझौते करने में शामिल थी.
चांडी ने इस आरोप को खारिज करते हुए विपक्ष को वह तथाकथित पत्र पेश करने को कहा जो उन्होंने मामले के आरोपी सरिता नायर और बीजू राधाकृष्णन की कंपनी को दिया था.उन्होंने कहा कि एलडीएफ राधाकृष्णन के वकील के बयान के आधार पर यह आरोप लगा रहा है जो धोखाधड़ी के एक मामले में स्वयं एक सह आरोपी है.
एलडीएफ के सदस्य नारेबाजी करते हुए फिर से आसन के सामने आ गए. अध्यक्ष ने एजेंडे के कामकाज को जल्दी जल्दी निपटाने के बाद सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया.