नयी दिल्ली: इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में खुफिया ब्यूरो के साथ खींचतान के बीच सीबीआई ने आज कहा कि वरिष्ठ खुफिया अधिकारी की कथित भूमिका को लेकर एजेंसी की जांच सिर्फ उनके द्वारा सूचना दिए जाने तक सीमित नहीं है बल्कि समूची साजिश में उनकी संभावित भूमिका भी इसके दायरे में होगी.
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि वे विशेष निदेशक राजेंद्र कुमार से पूछताछ करना चाहते हैं क्योंकि साजिश में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर कुछ संकेत मिले हैं. कुमार 1979 बैच के मणिपुर-त्रिपुरा कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं.
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी की जांच कभी भी खुफिया सूचना पर केंद्रित नहीं रही, जिसकी वजह से विवादास्पद मुठभेड़ हुई, बल्कि इस बात पर केंद्रित रही कि क्या खुफिया अधिकारी 19 वर्षीय इशरत जहां की हत्या के पीछे की साजिश में सक्रिय भागीदार थे.
उन्होंने कहा कि कुमार से एक और दौर की पूछताछ कथित साजिश के संबंध में अपनी जांच पूरी करने के लिए महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि इस महीने के अंतिम सप्ताह में आरोप पत्र को अंतिम रुप दिए जाने की संभावना है.