नयी दिल्ली: देश में अगले पांच साल में सबके लिए शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बीच ‘सुलभ शौचालय’ की ख्याति वाले प्रतिष्ठित गैर सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल के प्रमुख डा. बिंदेश्वर पाठक ने कहा है कि योजना की सफलता के लिये 50,000 कार्यकर्ता और डेढ लाख राज मिस्त्री […]
नयी दिल्ली: देश में अगले पांच साल में सबके लिए शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बीच ‘सुलभ शौचालय’ की ख्याति वाले प्रतिष्ठित गैर सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल के प्रमुख डा. बिंदेश्वर पाठक ने कहा है कि योजना की सफलता के लिये 50,000 कार्यकर्ता और डेढ लाख राज मिस्त्री समेत कुल 2 लाख लोगों को प्रशिक्षण देने की जरुरत होगी.
पाठक ने प्रधानमंत्री मोदी को इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के संबंध में अपनी ओर से सहयोग की पेशकश करते हुए कुछ सुझाव भेजे हैं. उनका दावा है कि इस योजना के लिये उपयुक्त मॉडल ‘सुलभ शौचालय’ प्रौद्योगिकी है.
पाठक ने मोदी सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना के बारे में से एक विशेष बातचीत में कहा, ‘‘मैंने खुद प्रधानमंत्री को लिखा है. मुझसे किसी ने इस बारे में सुझाव मांगा नहीं था.’’ पाठक ने कहा, ‘‘हर घर और स्कूल में शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने की सरकार की महत्वकांक्षी योजना की सफलता के लिये 50,000 लोगों को बतौर कार्यकर्ता प्रशिक्षित करने जरुरत है. साथ ही शौचालयों के निर्माण के लिये इस कार्य में विशेषरुप से प्रशिक्षित 1.5 लाख राजमिस्त्री की भी आवश्यकता होगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ये प्रशिक्षित कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को शौचालय के बारे में जागरुक करेंगे और उसके निर्माण एवं रख-रखाव में सहयोग करेंगे. इतना ही नहीं ये प्रशिक्षण प्राप्त लोग लाभार्थियों को बैंक से कर्ज तथा सरकार से सब्सिडी प्राप्त करने में भी मदद करेंगे.’’ पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने योजना को सफल बनाने के लिये उपायों का जिक्र किया है. साथ ही इसमें हर संभव सहायता की पेशकश की गयी है.