नयी दिल्ली : सदियों से लोगों के मन मे चाहत फैलाने वाली किताब कामसूत्र सेक्स का पर्यायवाची माना जाता रहा है, लेकिन इस कालजयी संस्कृत ग्रंथ का अंग्रेजी अनुवाद करने वाले एएनडी हकसर का कहना है कि अब इसका दायरा व्यापक हो रहा है और बंद दरवाजे के अंदर चोरी-छिपे पढ़ी जाने वाली किताब अब घर की आम मेज पर जगह पाने की तरफ बढ़ रही है.
प्यार और सामाजिक आचार-व्यवहार पर वात्सायन की कालजयी रचना का अंग्रेजी में अनुवाद करने वाले हकसर कहते हैं, मैं समझता हूं कि अभी तक सिर्फ सेक्स के बंद संदर्भों में देखी गयी यह किताब जिस तरह का ध्यान पा रही है वह पहले नहीं थी। राजनयिक रह चुके हकसर अनेक संस्कृत क्लासिक्स का अनुवाद कर चुके हैं.
पेंगुइन ने अपनी क्लासिक्स सीरीज के लिए उनकी सेवा ली है. उनका दावा है कि बाजार में कामसूत्र के शीर्षक से किताबों की भरमार है, लेकिन ऐसी किताबें बस गिनती की ही हैं जिसमें मूल संस्कृत आलेख को फिर से पेश किया गया है. मजे की बात है कि वात्सायन की इस रचना के अनुवाद से पहले उन्होंने कभी इसे नहीं पढ़ा था.