कर्नाटक में चल रहे सियासी घमासान का अंत होता नहीं दिख रहा है. करीब एक पखवाड़े से एचडी कुमारस्वामी सरकार पर बहुमत साबित करने का संकट है. बीते शुक्रवार से विश्वासमत पर चर्चा जारी लेकिन फ्लोर टेस्ट लगातार टलता जा रहा है. अब स्पीकर के दावे के अनुसार मंगलवार शाम 6 बजे विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हो सकती है. इधर, सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर इस मामले पर सुनवाई टल गयी है. पढ़ें लाइव अपडेट…..
विधानसभा में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि बागी विधायकों ने मेरी पीठ में चाकू घोंपा है, लेकिन चिंता मत करो वो बीजेपी वालों के साथ भी ऐसा करेंगे. मैं आपसे कह रहा हूं कि वो लोग मंत्री नहीं बन पाएंगे. उन्होंने कहा कि जब मैं बागी विधायकों से मिलने मुंबई गया तो उन्होंने मुझे कहा कि हम यहां से जाना चाहते हैं.
DK Shivakumar, Congress, in Vidhana Soudha: BJP leaders are being misguided. I went to Mumbai to speak to them (rebel MLAs). I spoke to one of the MLAs there and he asked me to come and take him away. #Karnataka https://t.co/ht5hXThXah
— ANI (@ANI) July 23, 2019
सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर कर्नाटक मसले पर सुनवाई टल गई है. सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अभी स्पीकर चर्चा करवा रहे हैं, शाम तक वोटिंग हो सकती है. लिहाजा सुनवाई बुधवार को ही होगी. कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जब याचिका दायर की गयी है तो स्पीकर मतदान कैसे करा दें? सरकार को गिरना है आज या कल.. इस पर अदालत ने कहा कि ये हम नहीं तय करेंगे कि सरकार कब गिर रही है लेकिन स्पीकर आशावादी हैं और बहस की बात कर रहे हैं.
Mukul Rohatgi, representing #Karnataka rebel MLAs in SC: SC has passed an order saying that Court is optimistic that Speaker will hold floor test today; has kept the matter for tomorrow. I hope the Speaker realizes what his position is, what Constitution obliges him to do. pic.twitter.com/Yz9eeE9iDw
— ANI (@ANI) July 23, 2019
बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक विधानसभा पहुंच गए हैं. अब से कुछ देर बाद सदन की कार्यवाही शुरू होगी तो वहीं सुप्रीम कोर्ट में भी इस मसले को लेकर सुनवाई होनी है. विधानसभा में आज बीजेपी की तरफ से बीएस येदियुरप्पा और मधुस्वामी बोलेंगे.
#Karnataka: BS Yeddyurappa and other BJP MLAs arrive at Vidhana Soudha, Bengaluru. HD Kumaraswamy government will face floor test in the Assembly today. pic.twitter.com/hLqULs67Uw
— ANI (@ANI) July 23, 2019
स्पीकर रमेश कुमार ने आज सुबह 11 बजे तक बागी विधायकों को मिलने के लिए बुलाया था. . लेकिन इन्हीं में से एक बागी विधायक ने स्पीकर को चिट्ठी लिख 4 हफ्ते का वक्त मांगा है. विधायक का कहना है कि उन्हें अभी वकीलों से बात करनी होगी.
13 Rebel MLAs have written letter to #Karnataka Speaker KR Ramesh Kumar seeking more time to appear before the speaker in Vidhana Soudha, Bengaluru. They have asked for four weeks time.
— ANI (@ANI) July 23, 2019
बेंगलुरूः कर्नाटक में उपजे सियासी विवाद का हल अभी तक नहीं निकला है. विश्वास मत पर चर्चा के बीच शक्ति परीक्षण को लेकर चल रहा सियासी ड्रामा अभी खत्म नहीं हुआ है. विश्वास मत प्रस्ताव पर तीन दिन की बहस के बाद भी मतदान नहीं हो सका. कर्नाटक विधानसभा में कार्यवाही सोमवार देर रात तक चली. आखिरकार स्पीकर केआर रमेश कुमार ने मंगलवार सुबह तक के लिए सदन को स्थगित करते हुए बहुमत परीक्षण की नई डेडलाइन दे दी.
Karnataka Speaker KR Ramesh Kumar: By 6 PM tomorrow the floor test will be done. https://t.co/sjLOXjy2ql
— ANI (@ANI) July 22, 2019
स्पीकर ने कहा है कि मंगलवार शाम छह बजे तक बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. दरअसल, राजनीतिक रस्साकसी के बीच सीएम एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि सोमवार को बहस जितनी भी देर चले मतदान कराया जाएगा. कांग्रेस चाहती थी कि विधानसभा स्थगित कर दी जाए, जबकि बीजेपी विश्वास मत पर अड़ी रही. अब संभावना है कि आज यानी मंगलवार को फ्लोर टेस्ट होगा.
बीजेपी और जेडीएस-कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बीच पूर्व सीएम और कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया ने सदन में कहा कि मंगलवार को हमारे कुछ सदस्यों के संबोधन के बाद हम बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे. शाम चार बजे तक चर्चा पूरी हो जाएगी और शाम छह बजे तक विश्वास प्रस्ताव पर बहुमत परीक्षण संपन्न हो जाएगा. इसके बाद देर रात 11 बजकर 45 मिनट पर कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
20 विधायक रहे गैरहाजिर
सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान कुल 20 विधायक गैरहाजिर रहे. इनमें सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस के 17 विधायकों के अलावा दो निर्दलीय और एक बीएसपी विधायक एन महेश शामिल हैं.
सीएम के इस्तीफे का फर्जी पत्र वायरल
सदन में सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उनके इस्तीफे का एक फर्जी खत वायरल हो रहा है. कुमारस्वामी ने स्पीकर से कहा कि हम सोमवार को विश्वास मत प्रक्रिया खत्म करने पर तैयार थे लेकिन दो निर्दलीय विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. इस पर स्पीकर ने कहा कि अगर उन्हें आप पर भरोसा था तो वे सुप्रीम कोर्ट क्यों गए?’
बागी विधायकों को फिर से नोटिस
सदन में भारी हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप के बाद रात 10 बजे कर्नाटक विधानसभा से बाहर आकर कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने बताया कि स्पीकर ने बागी विधायकों को नोटिस जारी कर मंगलवार सुबह 11 बजे तक का समय दिया है. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा उन्हें यह समझाने की कोशिश कर रही है कि उन्हें अयोग्य नहीं ठहराया जायेगा और उन्हें मंत्री बनाया जायेगा.
भारत के संविधान के अनुसार, अयोग्य घोषित किये जाने के बाद आपको सदस्य नहीं बनाया जा सकता. उधर, कांग्रेस का कहना है कि बागी विधायकों के इस्तीफे पर अध्यक्ष का फैसला आने तक विश्वास प्रस्ताव पर मतविभाजन न कराया जाये. इसके अलावा स्पीकर ने 14 बागी विधायकों को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है कि विधानसभा से उनकी सदस्यता क्यों न रद्द कर दी जाये
भाजपा ने लगाया आरोप
भाजपा ने कहा कि कुमारास्वामी स्वयं विश्वास प्रस्ताव लेकर आये हैं, लेकिन उसकी प्रक्रिया पूरी करने में देरी कर रहे हैं. पार्टी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, अगर आपको संविधान और राज्य की जनता में जरा सा भी विश्वास और उनके लिए सम्मान है तो आप इस्तीफा दें और घर जायें. भाजपा ने कन्नड़ भाषा में हैशटैग चलाया है ‘राज्य की जनता आपको माफ नहीं करेगी.’
कुमारस्वामी सरकार की किस्मत का फैसला आज
विधानसभा अध्यक्ष के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 117 विधायक हैं जिनमें कांग्रेस के 78, जदएस के 37, बसपा के एक और एक नामित हैं. दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिलने के साथ विपक्षी भाजपा के पास 225 सदस्यीय विधानसभा में 107 विधायक हैं. यदि 15 विधायकों (कांग्रेस के 12 और जदएस के 3) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है या वे मत-विभाजन से दूर रहते हैं तो सत्तारूढ़ गठबंधन के पास संख्याबल 101 रह जायेगा और कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जायेगी.