जयपुरः राजस्थान के अलवर में दो साल पहले हुए पहलू खान की मौत के मामले में एक नया मोड़ आया है. राजस्थान पुलिस ने पहलू खान के खिलाफ गो तस्करी के मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है. पुलिस चार्जशीट में उसके बेटों के साथ उस पिक-अप ट्रक के मालिक का नाम भी दर्ज है, […]
जयपुरः राजस्थान के अलवर में दो साल पहले हुए पहलू खान की मौत के मामले में एक नया मोड़ आया है. राजस्थान पुलिस ने पहलू खान के खिलाफ गो तस्करी के मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है. पुलिस चार्जशीट में उसके बेटों के साथ उस पिक-अप ट्रक के मालिक का नाम भी दर्ज है, जिसे मवेशियों को लाने-ले जाने के लिए इस्तेमाल किया गया. पहलू ख़ान की मौत हो चुकी है ऐसे में उनके खिलाफ तो केस बंद हो जाएगा, लेकिन बेटों के खिलाफ केस चलेगा. बता दें कि 2017 में पहलू खान की भीड़ ने उस वक्त पीट-पीट कर हत्या कर दी थी, जब वह गाड़ी में मवेशी को को ले जा रहा था. कथित गौरक्षकों ने गो तस्करी के संदेह में पहलू खान पर हमला बोला था. बाद में पहलू खान की अस्पताल में मौत हो गयी थी. इस घटना को लेकर उस वक्त काफी बवाल मचा था. इस मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था.
दो साल पहले हुई इस घटना के वक्त राज्य में भाजपा की सरकार थी. सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार की तरफ से पिछले साल 30 दिसंबर को यह चार्जशीट तैयार की गई थी. वहीं, 29 मई, 2019 को बहरोड़ के एडिशनल चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट पेश की गयी. इस चार्जशीट में पहलू खान और उनके बेटों पर राजस्थान गोवंशीय पशु (वध और अस्थायी प्रवासन या निर्यात पर प्रतिबंध) अधिनियम के तहत धारा लगायी गयी है.
वहीं इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहलू खान हत्याकांड की जांच भाजपा सरकार में हुई थी. उसी जांच के आधार पर पुलिस ने चार्जशीट दायर की है. अगर जांच में कोई गलती सामने नजर आती है तो हम फिर से मामले की जांच कराएंगे.
मामले में अलवर के पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा ने कहा कि पहलू खान, उनके भाई और बेटे आदतन अपराधी थे और लगातार गौ तस्करी में शामिल थे. गौ रक्षक और हिंदू परिषद पर लगाए गए सभी आरोप गलत थे. कहा कि स्थानीय लोगों ने पहलू खान के वाहन को पकड़ा जिसमें वे गायों की तस्करी कर रहे थे और उन्होंने ही उन्हें रोका था. पहलू खान की मौत पुलिस हिरासत में हुई, स्थानीय लोगों ने उनकी पिटाई नहीं की थी. अब जब उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है, तो कांग्रेस इसका श्रेय ले रही है. लेकिन कांग्रेस ने तब पहलू के परिवार को आर्थिक मदद दी थी.
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया- ‘राजस्थान के मुसलमानों को इस बात को समझना चाहिए कि सत्ता पाने के बाद कांग्रेस भी बीजेपी की कॉपी बन गई है.’ ऐसे लोगों और संगठनों को नकार देना चाहिए जो कांग्रेस पार्टी के दलाल हैं. ओवैसी ने यह भी कहा कि मुसलमानों को अपना स्वतंत्र राजनीतिक प्लैटफॉर्म तैयार करना चाहिए. 70 साल का लंबा समय बीत गया है और अब बदलाव का वक्त आ गया है.