नयी दिल्ली/बेंगलुरु : भाजपा ने कांग्रेस के नेता शशि थरूर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवलिंग को लेकर दिये उनके बयान के लिए रविवार को निशाना साधा और पूछा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी नेता के बयान का समर्थन करते हैं. थरूर ने कहा था कि नरेंद्र मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह हैं.
भाजपा ने कहा कि यदि राहुल गांधी अपनी पार्टी के सांसद थरूर द्वारा दिये गये बयानों का समर्थन नहीं करते हैं, तो उन्हें हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए. थरूर ने कथित तौर पर दावा किया था कि आरएसएस के एक अज्ञात स्रोत ने एक पत्रकार से कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवलिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं, जिसे न तो हाथ से हटाया जा सकता है और न ही चप्पल से मारा जा सकता है. भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां कहा, कांग्रेस महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की विरासत का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है. आज राहुल गांधी की अध्यक्षता में यह अपशब्द कहने और बहस के निम्नतम स्तर पर चली गयी है.
उन्होंने कहा कि हालांकि वह थरूर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करना चाहेंगे, लेकिन वह शिवभक्त होने का दावा करनेवाले राहुल गांधी से इस मुद्दे पर उनका रुख जानना चाहेंगे. प्रसाद ने कहा, राहुल गांधी शिवभक्त होने का दावा करते हैं, अब उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह थरूर के बयान का समर्थन करते हैं जिन्होंने भगवान शिव का अपमान किया है. यदि वह बयान का समर्थन नहीं करते हैं, तो उन्हें हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने पत्रकारों से कहा, पूरा देश देख रहा है. राहुल गांधी खुद को शिवभक्त बताते हैं, लेकिन उनकी पार्टी के नेता ने चप्पल से मारने का जिक्र करके शिवलिंग की पवित्रता को अमर्यादित किया है. कृपया भगवान महादेव के घोर अपमान पर जवाब दें. थरूर ने ये बयान शनिवार को बेंगलुरु लिटरेचर फेस्टिवल में दिये थे.
तिरुवनंतपुरम के सांसद ने अपनी नयी किताब ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर: नरेंद्र मोदी एंड हिज इंडिया’ को लेकर एक साक्षात्कार में कहा, नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में सफल हो सकते थे, क्योंकि वह अकसर नब्ज सही पकड़ते हैं, लेकिन गलत इलाज के कारण नाकाम रहे हैं. उन्होंने पिछले साढ़े चार साल में प्रधानमंत्री के कामकाज की शैली में दिखे विरोधाभासों का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी के जाने का समय आ गया है. अब संदेश देने के लिहाज से देरी हो चुकी है. संदेश है कि श्रीमान मोदी, माफी चाहेंगे, आप नाकाम हुए हैं. अब जाने का समय है. शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किताब का विमोचन किया था. हालांकि, पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर ने कहा कि मोदी अगर आर्थिक विकास और उन वादों पर सचमुच में ध्यान देते जिनके कारण उन्हें 2014 (आम चुनाव) में जीत मिली, तो वह प्रधानमंत्री के रूप में सफल होते.