नयी दिल्ली : भारत लंबे समय से अपने युद्धक्षेत्र में प्रयोग होनेवाले हथियारों के संग्रह को बढ़ाने के काम में जुटा हुआ है. हथियारों में लंबी दूरी वाले स्निपर राइफल्स, मैन-पोर्टेबल ऐंटी टैंक हथियार शामिल हैं. हालांकि, काफी समय से स्पेशल ऑपरेशन कमांड (एसओसी) और इसके छोटे प्रारूपों को ताकतवर बनाने की प्रक्रिया पर कोई खास प्रगति होती नजर नहीं आ रही है.
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रक्षा मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो सेना को और ताकतवर बनाने के लिए आर्मी के स्पेशल फोर्स के साथ वायु सेना और थल सेना में भी उच्च स्तर के स्पेशलाइज्ड हथियारों के जखीरे को शामिल करने की योजना बनायी जा रही है जिसके लिए फिनलैंड, स्वीडन, इटली, रूस, इजरायल और जर्मनी जैसे देशों से कुछ बड़ी डील हुई है.
रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्र ने अंग्रजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया जानकारी दी कि सितंबर 2016 में पाक अधिकृत कश्मीर में पैरा एसएफ-कमांडोज ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. अब इस बड़ी सैन्य डील में भी स्पेशल फोर्स की जरूरतों पर ही अधिक ध्यान देने का काम किया जा रहा है.
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नयी फिनिश स्निपर राइफल्स, स्वीडिश कार्ल गुस्ताफ मार्क-4 लाइट वेट रॉकिट लॉन्चर, इटैलियन बेरिटा पिस्टल (साइलेंसर युक्त) के कॉन्ट्रैक्ट आर्मी की पैरा-एसएफ बटालियन के लिए किये जा चुके हैं.