नयी दिल्ली : टीवी सीरियल ना आना इस देश लाडो से घर घर में लोकप्रिय हुई बॉलीवुड अभिनेत्री मेघना मलिक का कहना है कि खाप पंचायतें समाज में काफी स्वीकार्यता रखती हैं और उन्हें अपने इस प्रभाव का इस्तेमाल कर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करना चाहिए.
इस समय झलक दिखला जा सीजन 6 की तैयारियों में जुटी मेघना मलिक ने फोन पर मुंबई से एक विशेष साक्षात्कार में बताया, कन्या भू्रण हत्या, दहेज प्रथा और ऑनर किलिंग कुछ ऐसी सामाजिक बुराइयां हैं जिन्हें किसी कानून के डंडे से नहीं मिटाया जा सकता. इसके लिए समाज को ही पहल करनी होगी.
खाप पंचायतों की सामाजिक स्वीकार्यता के बारे में पूछे जाने पर अम्मा जी उर्फ मेघना मलिक ने कहा कि वह हरियाणा और जाट समुदाय से ताल्लुक रखने के बावजूद इस व्यवस्था के बारे में बहुत अधिक नहीं जानती और इसीलिए उनकी कार्यप्रणाली पर कोई टिप्पणी कर किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहती.
लेकिन उन्होंने दहेज और मद्यपान आदि पर रोक लगाने जैसे खाप पंचायतों के कुछ सकारात्मक फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि खाप पंचायतें यदि चाहें तो समाज में बड़े पैमाने पर सुधार किया जा सकता है और इन सामाजिक संगठनों ने समाज को दिशा देने वाले कई बड़े सकारात्मक फैसले भी किए हैं.