नयी दिल्ली : पूर्व जासूस डबल एजेंट सर्गेई स्क्रिपाल और उसकी बेटी यूलिया पर रासायनिक हमले के बाद रूस और ब्रिटेन के मध्य चल रही तनातनी के बीच भारत ने हस्तेक्षप करते हुए अपनी मंशा जाहिर कर दी है. भारत ने गुरुवार को कहा कि वह रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ है. उसने कहा कि इस मसले का समाधान रासायनिक हथियार संधि के प्रावधानों के अनुरूप किया जाना चाहिए. खबरें एेसी भी हैं कि ब्रिटेन मुद्दे को लंदन में अगले हफ्ते होने वाली राष्ट्रमंडल प्रमुखों की बैठक में उठायेगा.
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बारे में सवाल किये गये थे. इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में सूचना नहीं है कि दोनों नेताओं ने क्या बात की. हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत कहीं भी, किसी के भी द्वारा, किसी भी स्थिति में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने के खिलाफ है.
उन्होंने यह उम्मीद भी जाहिर की कि मुद्दे का समाधान रासायनिक हथियार संधि के प्रावधानों के अनुरूप होगा. सीरिया के दुमा शहर में कथित रासायनिक हमले की खबरों के बीच कुमार ने कहा कि इस तरह के हथियारों का कहीं भी इस्तेमाल रासायनिक हथियार संधि के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि अगर कोर्इ इस तरह का काम करता है, तो उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.