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दिल्ली : सीएजी रिपोर्ट में राशन घोटाले के खुलासे ने याद कराया बिहार का चारा घोटाला, विपक्ष ने केजरीवाल को घेरा

नयी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में बड़े राशन घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. बताया जा रहा है कि इस राशन घोटाले में संयुक्त बिहार में हुए चारा घोटाले की तरह बाइक आैर टेंपो पर अनाज ढोया गया है. दिल्ली का यह अनाज घोटाला कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की रिपोर्ट में सामने आया […]

नयी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में बड़े राशन घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. बताया जा रहा है कि इस राशन घोटाले में संयुक्त बिहार में हुए चारा घोटाले की तरह बाइक आैर टेंपो पर अनाज ढोया गया है. दिल्ली का यह अनाज घोटाला कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की रिपोर्ट में सामने आया है. देश में कई बड़े-बड़े घोटाले सामने वाले कैग की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन गाड़ियों से राशन की ढुलाई का जिक्र है, वह जांच में स्कूटर और बाइक निकले. रिपोर्ट में यह संदेह जाहिर किया गया है कि राजधानी की जनता में राशन का वितरण किये बगैर ही उसकी फर्जी ढुलाई दिखा दी गयी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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इसके साथ ही, कैग की वित्तीय वर्ष 2016-17 आॅडिट रिपोर्ट में दिल्ली सरकार के कामकाज को लेकर गंभीर सवाल उठाये गये हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, राशन वितरण केंद्रों पर 1589 क्विंटल ढुलाई के लिए नौ ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया, जिनका रजिस्ट्रेशन नंबर बस, तिपहिया वाहन, मोटर साइकिल और स्कूटर का था. कैग ने अपनी टिप्पणी में कहा है कि इससे संदेह पैदा होता है कि राशन का वितरण हुआ ही नहीं और अनाज चोरी की आशंका से नकारा नही जा सकता. घोटाले की खबर सामने आते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी और किसी को भी नहीं बख्शा जायेगा.

कैग की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में राशन की ढुलाई के 2016-17 में कुल 207 गाड़ियों को इस्तेमाल में लाया गया. ऑडिट में ये सामने आया कि इनमें से 42 गाड़ियां दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग में पंजीकृत नहीं थी. 10 गाड़ियां अन्य विभागों के नाम पर थीं. इसके अलावा, आठ ऐसी गाड़ियां थीं, जिनका रजिस्ट्रेशन किसी बस, तिपहिया वाहन, स्कूटर या बाइक के नाम पर थी, जिस पर तकरीबन 1589 कुंतल अनाज एफसीआई के गोदामों से खुदरा दुकानों तक ले जाया गया. जाहिर सी बात है कि इन गाड़ियों पर इतनी बड़ी मात्रा में अनाज नही ढोया जा सकता. इसी पर टिप्पणी ने कैग ने कहा कि इस बात की आशंका को अस्वीकार नहीं किया जा सकता कि अनाज की चोरी हुई है.

कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग

कैग की रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. दिल्ली कांग्रेस के नेता जेपी अग्रवाल ने कहा कि स्कूटर और मोटरसाइकिल पर अनाज की ढुलाई इस बात की आेर इशारा करती है कि अनाज लोगों तक पहुंचा ही नहीं. इस घोटाले की जांच सीबीआई से करायी जानी चाहिए.

भाजपा ने केजरीवाल सरकार की बतायी मिलीभगत है

कैग रिपोर्ट में गड़बड़ियों के मसले पर विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि जो भ्रष्टाचार को मिटाने का दावा करते थे, उनकी नाक के नीचे से यह सब कुछ हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर यह कहा जाये कि इसमें सरकार की मिलीभगत है, तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी.

आप ने एलजी आैर नौकरशाहों पर फोड़ा ठीकरा

वहीं, आप ने इन अनाज घोटाले के लिए पूरी तरह से एलजी आैर नौकरशाहरों पर ठीकरा फोड़ा है. आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में नौकरशाही बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त है. जो सामान गोदामो से राशन की दुकान पर पहुंचना चाहिए था, वह नहीं पहुंच रहा है. जिन ट्रकों के नंबर दिये गये, वे ट्रक है ही नहीं. इससे साफ है की भ्रष्टाचार हुए है और जब इस भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए चुनी हुई सरकार स्कीम बनाती है (डोर स्टेप डिलीवरी), तो एलजी साहब उसमे टांग अड़ाते है. हम पहले ही दिन से कह रहे है की सब गड़बड़ चल रहा है, लेकिन एलजी साहब सुनते ही नहीं ही.

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